पांवटा साहिब पहुंचे देशभर से 60 वरिष्ठ IFS अधिकारी, जंगलों और इकोटूरिज्म गतिविधियों का लिया जायजा
पांवटा साहिब : इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी, देहरादून के तहत मिड करियर प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान देशभर से आए 60 वरिष्ठ भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारियों ने पांवटा साहिब का दौरा किया।
यह एक्सपोजर विजिट वानिकी, जैव विविधता संरक्षण और इकोटूरिज्म की सर्वोत्तम प्रथाओं को समझने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।
इस दौरान अधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी वाले राजबन स्थित प्रायोगिक सिल्विकल्चर क्षेत्र का निरीक्षण किया। यहां साल के पेड़ों के सफल पुनर्जनन कार्य को करीब से देखा, जो वर्ष 2018 से 2020 के बीच किया गया था।
पांवटा साहिब हिमाचल का एकमात्र इलाका है जहां 16,202 हेक्टेयर में समृद्ध साल के जंगल फैले हैं। यह क्षेत्र जैव विविधता के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।
अधिकारियों ने सिरमौर वन विहार पार्क का भी भ्रमण किया। यहां उन्हें स्थानीय पेड़-पौधों, वन्य सामग्री और संरक्षित वन्यजीवों की जानकारी दी गई।
डीएफओ पांवटा ऐश्वर्यराज ने अधिकारियों को इकोटूरिज्म गतिविधियों, जैसे यमुना विहार पार्क, इको पार्क, यमुना रिवर फ्रंट और सिरमौर वन विहार के विकास कार्यों की जानकारी दी।
सभी अधिकारियों ने सिरमौर वन विहार पार्क और उसके संग्रालय की सराहना की। उन्होंने यहां सिरमौर जिले की संस्कृति से जुड़ी जानकारी को बेहद रोचक बताया।
पार्क में आधुनिक सुविधाएं, सजावटी पौधे और कल्चर संग्रालय लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। पांवटा-शिलाई NH पर स्थित यह स्थान अब इकोटूरिज्म का नया केंद्र बन रहा है।
दौरे का उद्देश्य अधिकारियों को हिमाचल के वन प्रबंधन की नवीन पहल से परिचित कराना था।