मनीष तोमर के बाद अब दो और वरिष्ठ भाजपा नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी…
बायांकुंआ में आयोजित कार्यकर्ता स्वाभिमान सम्मेलन में शामिल होने पर कारवाई की तलवार
भाजपा मंडल पांवटा साहिब ने भाजपा नेता और पंचायत प्रधान संघ के अध्यक्ष मनीष तोमर में बाद दो और वरिष्ठ नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जारी नोटिस में पार्टी व सरकार विरोधी कार्य करने पर उनसे 15 दिनों के अंदर जवाब देने को कहा गया है।
पावंटा साहिब भाजपा मंडल अध्यक्ष अरविंद गुप्ता द्वारा जारी जवाबी नोटिस में सुधीर गुप्ता (सक्रिय सदस्य) को कहा गया है कि दिनांक 17 जुलाई 2022 को एक खुले मंच से संबोधन किया गया, जिसके आयोजन का उद्देश्य मात्र संघठन व सरकार का विरोध करना व उसको कमजोर करना था।
आप भारतीय जनता पार्टी के एक सक्रिय सदस्य है व आप के द्वारा अपने संबोधन में हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी द्वारा संचालित सरकार में मान्य ऊर्जा एवं बहुउद्देश्यीय मन्त्री सुखराम चौधरी के बारे में असभ्य व अप-शब्द कहे गए।
इसके साथ ही आप के द्वारा सरकार व नेतृत्व को भ्रष्ट भी कहा गया। पूर्व में भी आपके द्वारा बीडीसी अध्यक्ष चुनाव के समय समस्त सदस्यों से सम्पर्क करने कोशिश की गई, ताकि बीडीसी भाजपा समर्थित ना बन पाए।
पिछले लगभग 15 वर्षों से जब भी कोई मंच या कार्यक्रम संघठन के विरुद्ध हुआ, उसमे आपकी उपस्तिथि पाई गई। आपके सक्रिय सदस्य होने के कारण निश्चित रूप से आप के द्वारा किए गए इन कार्यों से संघठन व सरकार को नुकसान हुआ है व संघठन कमजोर हुआ है।
आप के कार्य पूर्ण रूप से संघठन के प्रति अनुशासनहीनता है। अतः आपको इस पत्र द्वारा सूचित किया जाता है कि एक हफ्ते के अंदर इसका स्पष्टीकरण दे अन्यथा आपके विरुद्ध पार्टी नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी।
वहीं, पूर्व प्रधान अशोक चौधरी (उपाध्यक्ष) को भी पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए नोटिस जारी हुआ है। जिसमें कहा गया है कि दिनांक 17 जुलाई 2022 को आप के द्वारा एक खुले मंच से संबोधन किया गया, जिसके आयोजन का उद्देश्य मात्र संघठन व सरकार का विरोध करना व उसको कमजोर करना था।
आप के कार्य पूर्ण रूप से संघठन के प्रति अनुशासनहीनता है। अतः आपको इस पत्र द्वारा सूचित किया जाता है कि एक हफ्ते के अंदर इसका स्पष्टीकरण दे अन्यथा आपके विरुद्ध पार्टी नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी।
गौरतलब हो कि दो दिन पूर्व ही पूर्व मंडल महामंत्री मनीष तोमर को भी जवाबी नोटिस जारी हुआ है, जिसमें सार्वजनिक तौर पर मंडल की अनुमति बिना टिकट की दावेदारी जताई गई है। जिस पर मंडल ने कड़ा संज्ञान लिया है।