हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना की होली पार्टी चर्चा में है। इस पार्टी का 1,22,020 रुपये का बिल अब सरकार भरेगी। आखिर क्या है पूरा मामला? जानें।
मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने होली पर शिमला में 75 आईएएस अधिकारियों और उनके परिवारों के लिए शानदार पार्टी आयोजित की। इसमें अधिकारियों की पत्नियां, बच्चे और ड्राइवर भी शामिल हुए। इस आयोजन का खर्च सरकारी खाते से उठाया गया है।
पार्टी में लंच और स्नैक्स परोसे गए। प्रति प्लेट 1000 रुपये की लागत आई। 22 ड्राइवरों के भोजन और टैक्सी चार्जेज जोड़कर कुल बिल 1,22,020 रुपये बना। यह बिल अब सामान्य प्रशासन विभाग को भेजा गया है।
होटल प्रबंधन ने भुगतान के लिए बिल सचिवालय को सौंप दिया। विभाग अब बिल भुगतान की प्रक्रिया पूरी कर रहा है। इस मामले ने सरकारी खर्च पर सवाल खड़े किए हैं।
सक्सेना का सेवा विस्तार हाल ही में हुआ है। इसके बाद आयोजित इस पार्टी को लेकर कई लोग आलोचना कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकारी फंड का निजी आयोजनों में उपयोग गलत है।
हिमाचल में पहले भी सरकारी खर्चों पर विवाद हो चुके हैं। यह नया मामला जनता और विपक्ष के निशाने पर आ सकता है। सरकार की ओर से अभी इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
पार्टी में शामिल अधिकारियों ने इसे सामान्य आयोजन बताया। लेकिन बिल का सरकारी खाते से भुगतान कई सवाल उठा रहा है। क्या यह खर्च उचित था? यह सवाल अब गूंज रहा है।
आने वाले दिनों में इस मामले पर सरकार का रुख साफ होगा। तब तक यह खबर हिमाचल की सियासत में चर्चा का विषय बनी रहेगी।