हिमाचल में “मैं प्लास्टिक नहीं हूं” बैग पर बैन, नियम तोड़ा तो होगी कार्रवाई
हिमाचल प्रदेश में अब “मैं प्लास्टिक नहीं हूं” लिखे थैले भी प्रतिबंधित हो गए हैं। राज्य सरकार ने एक जून से इन थैलों पर सख्ती लागू कर दी है।
इन बैग्स को अब दुकानों में इस्तेमाल करना गैरकानूनी होगा। सोमवार से 13 विभागों की टीमें दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में औचक निरीक्षण करेंगी। अगर ऐसे थैले पाए गए तो चालान और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इन थैलों पर दावा किया जाता था कि ये प्लास्टिक नहीं हैं और पर्यावरण के अनुकूल हैं। लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार ये भी नष्ट नहीं होते। इनमें पॉलीविनाइल, पॉलीप्रोपाइलीन और पीवीसी जैसे तत्व होते हैं।
सरकार का कहना है कि इन बैग्स को नष्ट करने के लिए 35-40 डिग्री तापमान चाहिए, जो हिमाचल में सालभर नहीं रहता। नतीजतन, ये बैग मिट्टी में नहीं गलते और कचरा फैलाते हैं।
प्लास्टिक लिफाफे बैन होने के बाद दुकानदारों ने इन्हीं बैग्स का इस्तेमाल शुरू कर दिया था। मिठाई, बेकरी और डेयरी दुकानों में इनका सबसे ज्यादा प्रयोग देखा गया।
रविवार को नियम लागू होने के बावजूद इन बैग्स का खुलेआम इस्तेमाल होता रहा। विभागीय छुट्टी का दुकानदारों ने फायदा उठाया।
अब सोमवार से हर जिले में जांच टीमें सख्ती से निरीक्षण करेंगी। लोगों से अपील की गई है कि इन थैलों का उपयोग बंद करें।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी श्रवण हिमालयन ने बताया, “अब यह बैग बाजार में नहीं चलेंगे। नियम तोड़ने पर कार्रवाई तय है।”
सरकार का उद्देश्य साफ है — पर्यावरण को बचाना और कचरे पर नियंत्रण पाना।