अवैध खनन पर डीएसपी बीर बहादुर की चाबुक, 5 ट्रैक्टर जब्त, 20 के खिलाफ कारवाई
अवैध खनन पर कारवाई के दौरान सामने आए चौंकाने वाले तथ्य, डीएसपी ने किया खुलासा
अवैध खनन के खिलाफ पुलिस का अभियान चौथे दिन भी जारी रहा। सुबह साढ़े छः बजे से पुलिस टीम ने डीएसपी बीर बहादुर के नेतृत्व में बांगरन पुल के नीचे गिरी नदी क्षेत्र में छापेमारी की।
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह 6:30 बजे डीएसपी बीर बहादुर के नेतृत्व में सीएसटी अरुण, सीएसटी इरफान (एसडीपीओ ऑफिस), इंस्पेक्टर विजय रघुवंशी, एसएचओ पुरुवाला, सीएसटी दिनेश, एलएचसी करम सिंह, एचएचजी कश्मीर सिंह (पीएस पुरुवाला) के साथ मिलकर बांगरन ब्रिज के नीचे गिरी नदी तल पर छापा मारा। पीएस पुरुवाला के तहत, और एम-फॉर्म के बिना खनन सामग्री उठाने में शामिल 5 ट्रैक्टरों को जब्त कर लिया।
एम-फॉर्म के बिना खनन सामग्री ले जा रहे बांगरन ब्रिज के पास मुख्य सड़क पर एक और ट्रैक्टर पकड़ा गया है। कुल 6 ट्रैक्टरों को पकड़ा गया है और पीएस पुरुवाला में खनन अधिनियम के तहत कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
डीएसपी बीर बहादुर ने बताया कि खनन पट्टे पर चलने वाले अधिकतर ट्रैक्टर कृषि प्रयोजन के लिए है। इतना ही नहीं बल्कि
गिरी रिवरबेड पर खनन पट्टा क्षेत्र को ठीक से चिह्नित नहीं किया गया है।
इसके साथ ही 11 टन दर्शाने वाले एम-फार्म के साथ खनन सामग्री ले जाने वाले ट्रैक्टर, हालांकि, पुलिस द्वारा फिर से ट्रैक्टरों का वजन करने पर, सामग्री 15 टन से अधिक पाई गई। प्रति ट्रैक्टर 5 टन से अधिक कम खनन सामग्री दिखाकर सरकारी राजस्व में सेंध लगाने वाली क्रशिंग इकाइयां, दैनिक आधार पर भारी राजस्व हानि कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि खनन पट्टा क्षेत्र में भी पूरे गिरि यमुना नदी तल के साथ बड़े पैमाने पर अवैज्ञानिक खनन होता है, इस प्रकार, खनन पट्टाधारक खनन मानदंडों का उल्लंघन करते हैं और आर्थिक और पर्यावरणीय नुकसान का कारण बनते हैं।
डीएसपी पांवटा साहिब ने बताया कि चार दिन में कुल 2 एफआईआर दर्ज, 3 ट्रैक्टरों का चालान व 29000/- का जुर्माना वसूला गया। पुलिस ने कुल मिलाकर 20 से अधिक ट्रैक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की है।