एनएमसी की टीम की आंखों में धूल झोंकने के लिए फिल्ड से नाहन मेडिकल कॉलेज में तैनात कर दिए 23 डाक्टर
टीम के निरीक्षण से पहले ही जिला के विभिन्न अस्पतालों से नाहन भेजे गए डाक्टर
कार्य समाप्त होते ही वापिस पूर्व निर्धारित ड्यूटी पर लौटे डाक्टर
डा. यशवंत सिंह परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन अक्सर स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव सहित कई मामलों को लेकर विवादों में रहता है। एक बार फिर मेडिकल कॉलेज सुर्खियों में है।
इस बार स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव के लिए नहीं, बल्कि नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) की टीम की आंखों में धूल झोंकने का मामला सामने आया है। टीम के निरीक्षण से पहले जिला के अन्य स्वास्थ्य संस्थानों से उठाकर कई डाक्टरों को नाहन मेडिकल कालेज में तैनात कर दिया गया।
ऐसे में एनएमसी की टीम का काम खत्म होते ही संबंधित डाक्टरों को पुनः उनके निर्धारित स्थलों पर ड्यूटी पर वापिस भेज दिया गया। इससे स्पष्ट है कि कहीं न कहीं फिल्ड से डाक्टरों को उठाकर एनएमसी की टीम की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास किया गया।
दरअसल नाहन मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को यह पहले से पता था कि नेशनल मेडिकल कमीशन की टीम ने यहां का दौरा करना है। लिहाजा सारी व्यवस्थाओं को चकाचक करने के इरादे से पहले से ही सभी तैयारियां पूरी कर ली गई।
इसी के तहत जिला के स्वास्थ्य विभाग ने जिला के सिविल अस्पताल पांवटा साहिब, राजगढ़ सहित विभिन्न पीएचसी राजपुरा, शंभूवाला, बनेठी, धगेड़ा कौलांवालाभूड, सुरला, बर्मापापड़ी, कोलर, माजरा आदि से 23 डाक्टरों को उठाकर उनकी तैनाती नाहन मेडिकल कॉलेज में दिखा दी गई।
इस संबंध में जिला के सीएमओ द्वारा 21 मार्च को आदेश भी जारी कर दिए गए। फिर क्या था, इसके बाद टीम व्यक्तिगत तौर पर तो नाहन मेडिकल कॉलेज में नहीं पहुंची, लेकिन बीते दिन शुक्रवार को संबंधित टीम ने वर्चुरल माध्यम से मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण जरूर किया।
टीम ने यहां एमबीबीएस प्रशिक्षुओं की परीक्षा के जहां पेटर्न की जांच की, तो वहीं अन्य व्यवस्थाओं पर भी संतोष जताया। मेडिकल कॉलेज के सूत्रों की मानें तो अक्सर यहां जब भी टीम का दौरा होता है, तब-तब यहां इसी तरह फिल्ड से स्टाफ को उठाकर तैनात कर दिया जाता है।
ऐसे में स्पष्ट है कि महज 3 से 4 दिनों के लिए यहां डाक्टरों की तैनाती कर टीम की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास किया गया।
क्या कहते हैं मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ मेडिकल अधीक्षक ?
नाहन मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ मेडिकल अधीक्षक डा. श्याम कौशिक ने बताया कि बीते कल एनएमसी की टीम ने वर्चुरल माध्यम से मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया है। इसके साथ-साथ एमबीबीएस प्रशिक्षुओं की परीक्षा के पेटर्न की भी जांच की। टीम ने मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था पर संतोष जताया।
जिला के अन्य अस्पतालों से यहां डाक्टरों की तैनाती को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि दूसरे अस्पतालों से जो डाक्टर यहां प्रतिनियुक्ति पर पहुंचे थे, वो वापिस अपने पूर्व निर्धारित अस्पतालों में ड्यूटी पर लौट गए है।
जिला के सीएमओ ने रखा यह पक्ष
दूसरी तरफ पूछे जाने पर जिला के सीएमओ डा. सुनील गौतम ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में एनएमसी के निरीक्षण के लेकर सरकार से डाक्टरों को तैनात करने के आदेश मिले थे। लिहाजा करीब 23 डाक्टरों की मेडिकल कॉलेज में तैनाती की गई थी।