करोड़ों रुपए की बिजली चोरी पर बड़ा खुलासा
प्रतिमाह 2000 करोड बिजली चोरी का मामला सामने आया
जी हां, सही सुना आपने… यह खबर उत्तर प्रदेश से निकल कर आ रही है। जहां बिजली चोरों की वजह से बिजली विभाग को बहुत ही ज्यादा घाटा हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक बिजली चोरी में मुरादाबाद व सहारनपुर समेत अन्य जिले से सबसे आगे है। तो वहीं मेरठ और नोएडा जैसे बड़े शहर बिजली चोरी में किसी अन्य जिले से कम नहीं है। बिजली चोरी करने वाले सरकार को दिन ब दिन चुना लगा रहे हैं।
प्रतिमाह 2000 करोड बिजली चोरी का मामला सामने आया
जहां केंद्र सरकार 24 घंटे बिजली देने के लिए विभिन्न प्रकार की स्कीमें निकालकर बिजली कंपनियों को हजारों करोड़ रुपए की सहायता दे रही है। तो वहीं कुछ जिले या यूँ कहें पूरा सूबा सरकार के इरादे पर पानी फेरने में लगा हुआ है।
आपको बता दें कि बिजली की चोरी करने के मामले में मुरादाबाद व सहारनपुर सबसे शीर्ष पर बना हुआ है। जबकि कुछ औद्योगिक शहर भी घोटाला करने में पीछे नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक, मेरठ में प्रतिमा 293 करोड़ की तथा नोएडा जैसे औद्योगिक शहर में हर माह 109 करोड़ रुपए की बिजली चोरी हो रही है।
एबीसी के लगने पर भी, चोरी कम नही हुई
कहा जा रहा है, कि सरकार बिजली रोकने के लिए खुले तार की स्थान पर एबीसी केवल लगा रही है, लेकिन इन सब से बिजली चोरी कम नहीं हुई। ऐसा हम नहीं सरकारी आंकड़े बता रहे हैं।
आइए जानते हैं, कि क्या कहते हैं, आंकड़े
आंकड़ों के अनुसार, मुरादाबाद जिले में खरीदी गई 3054 मिलियन यूनिट में 1073 मिलियन यूनिट बिजली चोरी हुई। जिसका मूल्य 643.80 करोड़ रुपए है।
तो वहीं सहारनपुर जिले में खरीदी गई 2570 मिलियन यूनिट में से 873 मिलियन यूनिट बिजली चोरी हो गई।
ऐसी कीमत 523.80 करोड़ रुपए है। सरकार को बिजली चोरी और बिजली विभाग के कर्मचारियों को चिन्हित कर कार्यवाही करनी चाहिए। जो सरकार को चूना लगाने में शामिल है।