कैंसर ने जकड़ा दो दिव्यांगो का पालनहार, इलाज के लिए आर्थिक मदद की दरकार
पत्नी जुबान से लाचार, बेटा दिव्यांग और खुद कैंसर का मरीज
अब इलाज के लिए पैसे से भी लाचार, किसी फरिश्ते की उम्मीद..
गिरिपार क्षेत्र के सखोली पंचायत के एक 57 वर्षीय कैंसर पिड़ित व्यक्ति नैन सिंह के सिर पर मानों दुखों का पहाड़ गिर गया हो।
आर्थिक तंगी के कारण उपचार नहीं करवाने में विवश है।
नैन सिंह निर्धन परिवार से तथा वह खुद ही कमाने वाला है और कैंसर पिड़ित व्यक्ति की पत्नी व एक बेटा भी दिव्यांग है। आर्थिक तंगी के कारण उपचार नहीं करवा पा रहा है और अपने घर पर ही रहने को मजबूर है।
57 वर्षीय नैन सिंह निवासी बिराखना पंचायत सखौली की काफी समय से बीमार चला हुआ था। जब व्यक्ति उपचार करवाने के लिए सिविल अस्पताल पांवटा साहिब गया तो जांच के बाद चिकित्सकों ने व्यक्ति को कैंसर के लक्षण बताये और IGMC शिमला व पीजीआई चंडीगढ़ जाने के लिए कहा, लेकिन व्यक्ति की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के चलते घर वापस चला गया।
नैन सिंह की पत्नी बचपन से ही बोल नहीं सकती और एक बेटा भी दिव्यांग है। नैन सिंह अपने परिवार का पालनपोषण भी अकेले ही करता है।
अब बीमार होने के बाद दिहाड़ी लगाने में असमर्थ है, जिस से परिवार का पालन पोषण भी मुश्किल हो गया है। पंचायत के लोगों ने सरकार से नैन सिंह के लिए आर्थिक सहायता करने की मांग की है।
अगर कोई व्यक्ति नैन सिंह की आर्थिक सहायता करना चाहता है तो वह हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के
खाता संख्या 56710108361
IFSC code HPSC0000567 पर कर सकते है।