क्या मायावती ने छोड़ा दिया है मैदान, चुनाव न लड़ने के आसार…
ब्राह्मण सम्मेलन ही एकमात्र सहारा…
आप सभी जान रहे हैं की उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव बहुत नजदीक है और सभी राजनीतिक दल जोर शोर से तैयारी में लगे हुये हैं।
बैनर पोस्टर व रैली के जरिये सभी जनता तक पहुँच बना रहे हैं पर ऐसे में प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती कुछ कम नजर आ रही हैं इसलिये लोग ऐसा कहने लगे हैं कि सम्भवतः मायावती उत्तर प्रदेश का मैदान छोड़ चुकी हैं।
ब्राह्मण सम्मेलन ही एकमात्र सहारा….
उत्तर प्रदेश की राजनीति पूरी तरह से धर्म पर केंद्रित हो चुकी है और जातिगत आधार पर समीकरण साधने का प्रयास सभी दल कर रहे हैं, ऐसे में बसपा भी पीछे नहीं है।
बसपा की तरफ से महासचिव सतीश मिश्रा लगातार ब्राह्मण सम्मेलन कर रहे हैं और प्रदेश के ब्राह्मणों को अपनी तरफ लेने का प्रयास कर रहे हैं, आपको बता दें कि ब्राह्मण सम्मेलन ही एक मात्र चुनावी अभियान है जिसे बसपा का सहारा समझा जा रहा है।
कभी ब्राह्मणों को दुत्कारा था, आज कर रहे सत्कार…
आपको याद होगा कि एक समय यही बसपा एक नारा लगा रही थी जिसमे कहा जा रहा था, तिलक तराजू और तलवार, इनको मारो जूते चार, पर आज चुनावी पहिया घूम चुका है और बसपा आज ब्राह्मणों के सत्कार में लगीं हुई है।
अब दिलचस्प यह जानना होगा कि ऊंट किस करवट बैठने वाले हैं। बहरहाल अन्य दलों की अपेक्षा मायावती का चुनाव में कम दिखना इस ओर इशारा कर रहा है कि वह उत्तर प्रदेश का मैदान छोड़ चुकी हैं।