गांधी जयंती के पर रोटरी क्लब और रोटरी सखी करेंगे अंगदान जागरूकता शिविर का आयोजन
पांवटा साहिब में रोटरी क्लब एवं रोटरी सखी द्वारा गांधी जयंती के शुभ अवसर पर अंगदान को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस शिविर में मुख्य रूप से आँखे और अंगदान को लेकर लोगो को जागरूक किया जाए।
सेमिनार में मोहन फाउंडेशन के एक्सपर्ट इस विषय पर रोशनी डालेंगे और जानकारी देंगे, साथ ही इस विषय पर फैली भ्रांतियों को दूर करेंगे। कोई भी व्यक्ति जो 18 वर्ष से ऊपर है उसे अपने अंग को दान करने का हक है चाहे उसकी पृष्ठभूमि कैसी भी हो।
हालाँकि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे अपने माता-पिता/अभिभावक की अनुमति से अपने अंग दान करने के लिए भी स्वतंत्र हैं। आपको यह जानकार बड़ा आश्चर्य होगा कि कुछ अंग ऐसे होते हैं जिन्हें दानदाता केवल जीवित रह कर ही दान कर सकता है और कुछ अंग ऐसे होते हैं जिन्हें केवल तब ही प्रत्यारोपित किया जा सकता है जब दाता की मृत्यु हो जाती है।
किसी भी अंगदान संगठन के साथ दाता के रूप में पंजीकृत होने के बाद आपको एक दाता कार्ड मिलेगा जो आपको आपकी मृत्यु के बाद अंगदान के लिए उपयुक्त बना देगा।
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एक अंग दाता का मृत शरीर लगभग 50 लोगों के जीवन को बचा सकता है। अंग दान की कोई आयु सीमा नहीं है जिसका अर्थ है कि 70 से 80 वर्ष के आयु वर्ग के लोग भी अपने अंग को दान कर सकते हैं।
मुख्य रूप से आंखें, हार्ट, लिवर, किडनी, लंग्स, स्किन आदि जैसे अंग मृत शरीर से दूसरे को प्रत्यारोपित किए जाते हैं। बाकी और बहुत सी जानकारी के लिए और इस नेक काम को जन जन तक पहुंचाने के लिए रोटरी पांवटा आपको इस सेमिनार में आयोजित कर रहा है। यह सेमिनार दो अक्टूबर को सुबह 10.30 बजे से 12.30 बजे तक ज्ञान चाँद धर्मशाला में होगा।
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