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गिरिपार की ये सात पंचायतें भी हो जनजातीय घोषित, महापंचायत में रोशन चौधरी ने भरी हुंकार

गिरिपार की ये सात पंचायतें भी हो जनजातीय घोषित, महापंचायत में रोशन चौधरी ने भरी हुंकार
गिरिपार की ये सात पंचायतें भी हो जनजातीय घोषित, महापंचायत में रोशन चौधरी ने भरी हुंकार

गिरिपार की ये सात पंचायतें भी हो जनजातीय घोषित, महापंचायत में रोशन चौधरी ने भरी हुंकार

सुखराम चौधरी बोले, रीति रिवाजो में भिन्नता, लेकिन 154 पंचायतों की सूची में शामिल…

 

जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय घोषित किए जाने को नए सवाल खड़े हो गए है। यहां विधानसभा क्षेत्र पांवटा साहिब की गिरिपार की 7 पंचायतों ने भी जनजातीय सूची में शामिल किए जाने की मांग बुलंद की है।

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इस बारे में गिरिपार क्षेत्र में गुरुद्वारा तीरगढ़ी साहिब परिसर ने विशाल महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महापंचायत में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी और गिरिपार की 7 पंचायतों से जनप्रतिनिधियों सहित सैंकड़ों की तादात में लोग शामिल हुए।

महापंचायत में गिरिपार के लोगों को संबोधित करते हुए स्थानीय नेता रोशन चौधरी ने कहा कि जब यहां इलाके को जनजातीय घोषित किए जाने के लिए गिरी नदी की सीमा को आधार बनाया गया है तो यहां पांवटा साहिब विधान सभा क्षेत्र की इन सात पंचायतों को कैसे इससे वंचित रखा जा सकता है।

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रोशन चौधरी ने कहा कि यहां बेशक विभिन्न जाती धर्मों के लोग रहते हैं, इसके बावजूद यहां कई रिति रिवाज और रिश्ते शिलाई और आंजभोज क्षेत्र के लोगों से मिलते हैं। इसलिए इलाके के लोगों को इसके लाभ से वंचित रखा जाना ठीक नहीं।

उन्होंने कहा कि यहां ग्राम पंचायत खोदरी माजरी, गोजर, भंगानी, सिंघपुरा, मानपुर देवड़ा, गोरखुवाला और सालवाला की जनजातीय इलाका सूची में शामिल करवाने के लिए अगर आवश्यकता पड़ी तो प्रदेश सरकार के साथ साथ केंद्र सरकार के साथ आवाज बुलंद की जाएगी।

रोशन चौधरी ने कहा की इसके लिए संघर्ष समिति का गठन कर जल्द ही एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिलेगा। इसके इलावा केंद्र में भी जहां आवश्यकता होगी उनसे मुलाकात कर अपना पक्ष रखा जाएगा। लेकिन बेशक किसी भी हद तक जाना पड़े, आने वाली पीढ़ियों को इस सुविधा से वंचित नहीं रखा जाएगा। यदि आवश्यकता पड़ी तो मामले को सर्वोच्च न्यायालय तक लेकर जाएंगे।

इस मौके पर मौजूद प्रदेश ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने कहा कि अभी गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय दर्जा नहीं मिला है। अभी इसने चार अहम कदम शेष है। उन्होंने कहा कि बेशक इन सात पंचायतों के लोगों के रीति रिवाज गिरिपार के अन्य लोगों से अलग है, इसके बावजूद जनजातीय घोषित की जाने वाली प्रस्तावित 154 पंचायतों को सूची में ये साथ पंचायत भी शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि यदि यहां के ग्रामीण चाहें तो उनके प्रतिनिधि मंडल की मुलाकात सीएम जयराम ठाकुर से भी करवाई जाएगी। बता दें कि इस दौरान गिरिपार की उपेक्षित इन सात पंचायतों के प्रबुद्ध लोगों ने अपनी मांग को बुलंद करने के लिए व्यापक रणनीति तैयार की। इस दौरान यहां सालवाला से प्रेम सिंह, गोरखुवाला से सुरेखा चौधरी, मानपुर देवड़ा से कुसुम देवी, सिंघपूरा गुरुवाला से मीना देवी, भंगानी से हरजिंद्र कौर, गोजर से विद्या देवी और खोदरी माजरी से बबिता देवी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे।

Written by newsghat

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