गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल में श्रद्धा और उत्साह से मनाया गया वीर बाल दिवस, प्रश्नोत्री और काव्य प्रतियोगिताएं आयोजित
धर्म, संस्कृति और स्वाभिमान की रक्षा हेतु अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादो बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की याद में 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस घोषित किया गया है। इस अवसर पर विद्यालय में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।
जिसमें अध्यापकों द्वारा छोटे साहिबजादो के जीवन चरित्र पर तथा धर्म के लिए उनकी शहादत पर प्रकाश डाला गया। तत्पश्चात छोटे साहिब यादों के जीवन पर आधारित प्रश्नोत्तरी भी आयोजित की गई ।
इसके उपरांत तीसरी से पांचवी कक्षा तक के 15 छात्रों ने छोटे साहिब यादों के जीवन पर आधारित कविता पाठ किया। छोटे-छोटे बच्चों के मुख से दोनों शहीदों के बारे में सुनकर वहां उपस्थित सभी लोग बड़ी पुण्य आत्माओं के समक्ष नतमस्तक हो गए।
धर्म परायणता का ऐसा सुंदर उदाहरण विश्व में कहीं और नहीं मिलता। कविता पाठ करने वाले 15 विद्यार्थियों को पुरस्कार स्वरूप चॉकलेट देकर उनका हौसला बढ़ाया गया।
विद्यालय के सभागार में पहली तथा दूसरी कक्षा के बच्चों को चार साहिबजादे फिल्म दिखाई गई। शीतकालीन अवकाश के बाद भी 26 जनवरी तक प्राइमरी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए इस संदर्भ में कविता तथा भाषण का आयोजन किया जाता रहेगा।
प्रधानाचार्य देवेंद्र साहनी और डायरेक्टर गुरजीत सैनी ने भी छोटे साहिब जादो जैसी सहनशीलता वीरता तथा साहस को अपने जीवन में उतारने का संदेश बच्चों को दिया।
प्रधानाचार्य ने बच्चों को वीर योद्धा बनने का संदेश देते हुए कहा कि सूरा सो पहचानिए जो लरे दीन के हेत, पुरजा पुरजा कट मरै,कबहू ना छाडे खेत।