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चुनाव 2022 : फर्जी वीडियो शेयर करने पर अखिलेश की हुई फजीहत, जाने सच्चाई

चुनाव 2022 : फर्जी वीडियो शेयर करने पर अखिलेश की हुई फजीहत, जाने सच्चाई

चुनाव 2022 : फर्जी वीडियो शेयर करने पर अखिलेश की हुई फजीहत, जाने सच्चाई

उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव चल रहे हैं। पांच चरण के चुनाव पूर्ण हो चुके हैं। छठे और सातवें चरण के लिए प्रचार जारी है। पांचवें चरण में 12 जिलों की 51 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई। पांचवें चरण में हुई वोटिंग को लेकर के सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक वीडियो ट्वीट किया जिसको लेकर विवाद हो गया। वीडियो के कारण अखिलेश यादव की खूब किरकिरी हुई। हालांकि अब उन्होंने अपना वीडियो डिलीट कर दिया है।

राजा भैया और गुलशन यादव में है, लड़ाई

पांचवें चरण में हुए मतदान में प्रतापगढ़ की कुंडा सीट भी शामिल है। जहां से जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष और निवर्तमान विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया प्रत्याशी हैं। सपा ने यहां से गुलशन यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है।

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दोनों के बीच दिनों दिन विवाद बढ़ता ही जा रहा है। दोनों दलों की ओर से दूसरे पर बूथ कैपचरिंग के आरोप लगा गए। वोटिंग को लेकर सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक वीडियो ट्वीट किया और राजा भैया पर बूथ कैपचरिंग का आरोप लगाया।

क्या था अखिलेश का ट्वीट ?

सपा मुखिया ने सोमवार शाम एक वीडियो ट्विटर पर ट्वीट किया। जिसमें कुछ लोग मतदान करते नजर आ रहे थे। उन्होंने दावा किया कि या कुंडा का है। अखिलेश ने उन आरोपी शख्स की गिरफ्तारी की मांग करते हुए चुनाव रद्द करने की मांग की।

अखिलेश ने लिखा कुंडा में जिस तरह बूथ पर उपस्थित किसी दल के अवांछित व्यक्ति द्वारा सरेआम महिलाओं के वोटों का बटन दबाया जा रहा है उसकी वीडियो का संज्ञान लेते हुए चुनाव पर्यवेक्षक चुनाव आयोग से कुंडा का चुनाव रद्द करने की अपील करें। साथ ही दोषी व्यक्ति को चिन्हित कर तत्काल गिरफ्तार करवाएं। ”

रविवार से हो रहा था वायरल

रविवार कि शाम मतदान संपन्न होने के बाद से ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो में मतदान कक्ष में बैठे एक व्यक्ति मतदाता के आने पर खुद ही उठकर ईवीएम का बटन दबा रहा था।

मामला संज्ञान में आने के बाद जिला प्रशासन ने मामले का निरीक्षण किया और सोशल मीडिया पर हो रहे दावो को फर्जी करार दिया। दावो को खंडन करते हुए प्रशासन ने कि यह वीडियो कुंडा का नहीं है। प्रशासन जांच में यह वीडियो हरियाणा का पाया गया। वीडियो 2019 के संसदीय चुनाव का है। जो हरियाणा के फरीदाबाद से संबंधित है।

क्या है सच्चाई ?

अखिलेश यादव के दावे के विपरीत यह वीडियो हरियाणा के फरीदाबाद का है जो 2019 के लोकसभा चुनाव से संबंधित है। फरीदाबाद में हुई इस घटना के बाद आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।

पहले भी हो चुका है, वायरल

सोशल मीडिया पर यह वीडियो पहले भी वायरल रहा है। 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भी वायरल रहा था। तब उसे बिहार के अलग-अलग जिलों का बताते हुए खूब वायरल किया गया था।

Written by Newsghat Desk

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