चूड़धार के जंगल से लापता उत्तराखंड की जानकी देवी सकुशल घंडूरी पंहुची
चूड़धार यात्रा के दौरान रास्ता भटक गई थी 58 वर्षीय महिला
महिला के सकुशल मिलने को परिजन मान रहे है देवता की कृपा
चूड़धार के जंगल से 3 दिन पहले लापता 58 वर्षीय उत्तराखंड की महिला नौहराधार तहसील के घंडूरी गांव में सुरक्षित पहुंच गई। महिला ने घंडूरी गांव पहुंच कर अपने बेटे से फोन पर बातचीत की और कहा कि लौटते वक्त रास्ता भटक गई थी और वह इस समय उपमंडल संगड़ाह के घण्डूरी गांव में है।
दरअसल लापता हुई महिला को लेने के लिए महिला के परिजन गाड़ी लेकर सराह से घण्डूरी के लिए निकले व उन्हे सकुशल पाकर राहत की सांस ली। बता दें कि इससे पहले भी कई बार लोग यहां रास्ता भटक चुके है, जिनमें से कुछ की जान भी जा चुकी है। 3 दिन पहले परिवार के साथ चूड़धार यात्रा पर से लौटते समय महिला कालाबाग के समीप से पीछे छूटने से लापता हो गई थी।
मिली जानकारी के अनुसार जानकी देवी पत्नी केसर सिंह निवासी कालसी उत्तराखंड 12 मई को अपने परिवार के साथ चूड़धार यात्रा पर निकले थी। महिला के साथ उसका पति, बेटा व परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।
शुक्रवार को जब परिवार यात्रा से वापस लौट रहा था, तो कालाबाग के समीप महिला अन्य लोगों से पीछे रह गई थी और परिवार के अन्य लोगों को इसकी भनक नहीं लगी। कुछ दूरी पर जब परिवार वालों ने देखा तो उनमें से एक व्यक्ति कम था।
परिजनों ने पाया कि महिला जानकी देवी (58) पीछे रह गई हैं। इसके बाद परिवार वालों ने उसे ढूंढने की कोशिश की, लेकिन जब उन्हें कोई सुराग नहीं मिला, तब उन्होंने शुक्रवार चौपाल पुलिस को इसकी सूचना दी।
डीएसपी राज कुमार ने चौपाल थाना व पुलिस सहायता कक्ष पुलवाहक की टीम के साथ मौके पर पहुंचकर सर्च अभियान शुरू किया था। प्रशासन व मंदिर सेवा समिति ने भी अपील की कि कोई भी यात्री रात के समय चूड़धार की यात्रा न करें। यात्रा के दौरान सभी साथ चले ओर रास्ता बदलने की कोशिश न करे।
वहीं SDM चौपाल चेत सिंह व DSP संगड़ाह शक्ति सिंह ने बताया कि महिला सकुशल मिल चुकी है। महिला ने खुद परिजनों को सूचित किया कि वह सिरमौर जिला के घण्डूरी पहुंची है। उधर महिला व उनका परिवार उनके लंबे समय तक घने जंगल में सकुशल रहने को शिरगुल देवता की कृपा मान रहे हैं।