जल प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष गृह गांव में नहीं करवा पाए पानी के प्रबंध : बबलू पंडित
खरूनी में लोगों ने इंटक प्रदेशाध्यक्ष से सांझा की समस्याएं
इंटक प्रदेशाध्यक्ष बबलू पंडित ने कहा कि जयराम सरकार में प्रदेश जल प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष अगर अपने गृह गांव में ही पानी के प्रबंधन नहीं करवा पाए तो प्रदेश में उन्होंने क्या किया होगा।
उनके अपने गांव में किसान व स्थानीय लोग सिंचाई की समस्या से जूझ रहे हैं। आलम यह है कि पानी की निकासी की नालियों के पानी से लोग सिंचाई कर रहे हैं।
जिससे उगाई जाने आलू फसल व अन्य फसलें बीमारियों के कारण खराब हो रही हैं। लेकिन न तो दून विधायक और न ही जल प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष दर्शन सिंह सैणी को किसानों व लोगों की समस्याओं से कोई सरोकार है।
वहीं खरूणी व आसपास के गांवों में पेयजल की किल्लत भी बरकरार है। खरूणी पहुंचने पर इंटक प्रदेशाध्यक्ष बबलू पंडित का ग्रामीणों से गर्मजोशी से स्वागत किया और क्षेत्र की समस्याओं को सांझा किया।
लोगों ने बताया कि क्षेत्र के कूएं और बाबडिय़ां हमारी आस्था का प्रतीक हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों से यह प्राकृतिक जल स्त्रोत सूख रहे हैं।
लोगों ने प्रदेश सरकार व प्रशासन के समक्ष मांग उठाई कि बर्बाद हो रहे प्राकृतिक जल स्त्रोतों को बचाने के प्रयास किए जाए।
स्थानीय लोगों ने इस दौरान बताया कि दून विधायक परमजीत सिंह पम्मी ने गांव के कूंए को पुर्नजीवित करने का जनसभा के दौरान वादा किया था लेकिन वह वादा हवा ही हो गया।
ग्रामीणों की समस्याएं सुनने के उपरांत इंटक प्रदेशाध्यक्ष बबलू पंडित ने प्रदेश सरकार व दून विधायक समेत भाजपा पर निशाना साधा।
बबलू पंडित ने एक कहावत कहते हुए कहा कि सत्ता के नशे में अंधी पीस रही है और कुत्ते खा रहे हैं यह हाल सरकार का है।
गौरतलब है कि पिछले लगभग एक साल से बबलू पंडित लोगों के बीच जाकर समस्याओं को सुनने के बाद प्रदेश सरकार व प्रशासन के समक्ष उठा रहे हैं। इंटक प्रदेशाध्यक्ष ने आने वाले विस चुनाव को लेकर भी हुंकार भरी है और जनसंपर्क तेज किया है।
इस मौके पर बबलू पंडित के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव शर्मा , संजीव ठाकुर, लेयक राम, अजय स्थानीय निवासी सुख देव, दीवान, मान सींग, राम सिंह, हेमराज, जोगिन्दर, गुरपाल सिंह, बंत सिंह, सावित्री देवी, दीक्षा देवी , कुलदीप कौर, मनु देवी, भाग सिंह राणा, गुरचरण सैनी, रामपाल, रणजीत, मनजीत कौर समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।