देश के प्रतिष्ठित संस्थान एम्स में राजगढ़ की तमन्ना का चयन
मंजिले उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है। पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है।
यह पंक्तियां राजगढ़ की तमन्ना चौहान पर खरी उतरती है, जिसने राष्ट्रीय स्तर की नोरसेट प्रतियोगिता में उत्कृष्ट स्थान हासिल करके राजगढ़ क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
इसी प्रकार बीते माह दिसंबर 2021 को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश के लिए हुई चयन प्रतियोगिता दी गई, जिसका परिणाम बीते दिनों घोषित हुआ है।
इसमें तमन्ना का नर्सिंग टयूटर के पद के लिए चयन हुआ है। नर्सिंग में बीएससी या अन्य कोर्सेस करने वाले उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
तमन्ना ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके द्वारा हाल ही में आल इण्डिया लेबल पर एक और टेस्ट भी क्वालीफाई किया है, जिसमें (NORCET ) नर्सिंग ऑफिसर रिक्रूटमेंट कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट शामिल है।
बता दें कि तमन्ना राजगढ़ क्षेत्र से पहली युवती है, जिसने देश के प्रतिष्ठित एम्स संस्थान में दस्तक दी है। सबसे अहम बात यह है कि तमन्ना द्वारा अपनी जुड़वां बेटी के पालन पोषण के साथ साथ अपने भविष्य को देखते हुए प्रतियोगितात्मक परिक्षाओं के लिए पढ़ाई जारी रखी गई। तमन्ना के पास दो जुड़वाँ बेटियां भी है, जोकि मात्र अभी 11 महीने की हुई है।
बावजूद इसके तमन्ना की पढाई में किसी भी तरह की बाधा नहीं आने दी और अपने लक्ष्य को आसानी से हासिल कर दिया है। एम्स में चयन होने पर तमन्ना के परिवार में खुशी का माहौल है और बधाईयां देने वालों का तांता लग रहा है।
तमन्ना के पिता जगदीश चौहान के अनुसार तमन्ना बचपन से ही पढ़ाई में बहुत होनहार छात्रा रही है। इनके द्वारा वर्ष 2010 में दस जमा दो की परीक्षा वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल राजगढ़ से उतीर्ण की। तदोपरांत 2014 में मुरारीलाल मेमोरियल नर्सिंग काॅलेज सोलन से बीएससी नर्सिंग और 2018 में अकाल नर्सिंग काॅलेज बड़ूसाहिब से एमएससी (नर्सिंग) की डिग्री हासिल की।
वर्तमान में तमन्ना मुरारीलाल मेमोरियल नर्सिंग काॅलेज सोलन में बतौर सहायक प्रोफेसर कार्यरत है। तमन्ना की पृष्ठभूमि एक शिक्षित परिवार से है। इनके पिता एक सफल शिक्षक है।
इनके पिता ससुर हाल ही में जल शक्ति विभाग से जेई के पद से सेवानिवृत हुए हैं। माता सास मीरा चौहान नगर पंचायत की पूर्व अध्यक्षा के पद पर आसीन रही है।
तमन्ना अपनी सफलता का श्रेय अपने माता -पिता व ससुराल पक्ष को दिया है, जिनके आर्शिवाद से उन्होने यह मुकाम हासिल किया है। तमन्ना ने बताया कि चिकित्सा क्षेत्र में पीड़िता मानवता की सेवा करने में अवसर प्राप्त होने पर तमन्ना इसको अपना सौभाग्य मानती है।