नशा मुक्त समाज बनाने के लिए सभी विभाग निभाए अपना दायित्व: तिरलोक सिंह चौहान
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश तिरलोक सिंह चौहान द्वारा नशे के खिलाफ सभी विभागों से अपना दायित्व निभाने का आह्वान किया हैं।
वे ऑनलाइन जागरूकता सैमिनार के दौरान संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हिमाचल प्रदेश को नशा मुक्त बनाने में सभी विभाग, एनजीओ अपना दायित्व निभाएं। उन्होंने कहा कि नशे के आदि व्यक्ति को कानूनी सहायता व डाक्टर की मदद से रिहैबिलिटेशन सेंटर में भर्ती कराएं।
नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान की हुई शुरुआत
उपमंडल पांवटा साहिब विधिक सेवा प्राधिकरण कमेटी पांवटा साहिब के द्वारा नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई। जिसकी अध्यक्षता उपमंडल विधिक सेवा प्राधिकरण कमेटी के चेयरमैन अमरदीप सिंह ने की है।
इस शिविर में एसडीएम पांवटा साहिब गुंजीत चीमा, बीडीओ पांवटा प्रताप तोमर, एसएमओ सिविल हॉस्पिटल डॉक्टर कमाल पाशा, उपस्थित रहे इस कैंपियन में श्री देई जी साहिबा की महिलाओं ने भी भाग लिया।
इस मौके पर पैरा लीगल वालंटियर ड्रग इंस्पेक्टर केमिस्ट और डीएडिक्शन सेंटर मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था (ऑनलाइन) से भी लोग उपस्थित रहे।
एसएमओ कमाल पाशा ने नशीले पदार्थों जैसे हेरोइन चिट्टा स्मैक ब्राउन शुगर, अफीम, ट्रामाडूल टैब्स, स्पास्मा प्रोवोन, सिरप कोडिंग एफेड्रिन, भुक्की, डोड्डा कोकेन, एलएसडी लाइसेजिक एसिड बैंग गांजा, सुल्फा चरस हसीश या स्लैंग्स जॉइंट आइस बार्ब क्रैक्स या अल्कोहल का बैड इफेक्ट्स एंड ट्रीटमेंट की जैसे नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर पूरी जानकारी दी।
इस बैठक में मुख्य अतिथि वरिष्ठ न्यायाधीश पांवटा अमरदीप सिंह, एसडीएम पांवटा गुंजीत चिम्मा, तहसीलदार और लोक अभियोजक दीक्षित और नशा मुक्ति पर मुख्य वक्ता डॉ कमल पाशा एसएमओ जागरूकता कम्पेन द्वारा संचालित किया गया, जो 18 जुलाई से एक सप्ताह के लिए चलाया जाएगा।