नौकरी न मिलने से आहत इंजीनियर महेश ने किया आत्मदाह, ढाबे पर काम करने को तैयार था युवक…
सोमवार को जब मृतक के पिता और मामा सोलन पहुंचे तो आत्मदाह के पीछे के कारणों से भी पर्दा हट गया। पिता ने पुलिस को बताया कि महेश शूलिनी यूनिवर्सिटी से 2016-17 का ड्रॉपआउट था। लेकिन, अभी तक उसने इस बारे में भनक तक नहीं लगने दी थी। उन्हें ये ही पता था कि बेटा अभी इंजीनियरिंग ही कर रहा है।
इंजीनियरिंग करने के 5 साल बाद भी पटियाला के महेश की जब नौकरी नहीं लगी तो उसने ढाबे पर काम करने का मन बना लिया। लेकिन, उसने परिजनों को इसकी भनक तक नहीं लगने दी।
अभी तक परिजनों को सिर्फ ये ही पता था कि बेटा इंजीनियरिंग कर रहा है। 26 जून को ही महेश सोलन आया था। ऐसे में परिजनों को क्या पता था कि बेटा अब कभी वापस लौटकर घर नहीं आएगा। जॉब की टेंशन ने महेश को आत्मदाह करने के लिए मजबूर कर दिया।
बता दें कि रविवार को सोलन शहर के माल रोड स्थित चिल्ड्रन पार्क के सार्वजनिक शौचालय के अंदर पेट्रोल डालकर युवक ने आत्मदाह कर लिया था।
जिसकी पहचान पंजाब के पटियाला स्थित राजपुरा के मीरपुर निवासी के रूप में हुई थी। पुलिस ने शाम को परिजनों को सूचना देने के साथ ही उसका शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। हालांकि अभी तक पुलिस आत्मदाह के पीछे के कारणों को तलाश रही थी।
कुछ दिन पहले ही महेश घर गया था। हालांकि इस दौरान उसने अपने मामा को सोलन में एक ऑनलाइन कंपनी में काम करने की बात कही थी। जबकि ऐसा कुछ नहीं था। वह सोलन में किसी ढाबे पर काम करता था। हालांकि वह किस ढाबे पर काम करता था और कहां रहता था अभी तक इस बारे में पता नहीं चल पाया है।
DSP हेडक्वार्टर संतोष शर्मा ने बताया कि महेश शौचालय में पेट्रोल की बोतल ले जाता CCTV कैमरे की फुटेज में कैद हुआ था। जिसके आधार पर उसकी पहचान की गई थी। पोस्टमार्टम कराने के बाद आज शव परिजनों को सौंप दिया है।