पद्मश्री बाबा इकबाल सिंह पंचतत्व में विलीन, हजारों ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई
जिला सिरमौर के पच्छाद उपमंडल के लाना भलटा पंचायत के बडू साहिब में शिरोमणि पंथ रतन एवं पदम श्री सम्मानित बाबा इकबाल सिंह रविवार को दिव्य ज्योति में विलीन हो गए।
अंतिम संस्कार में द कलगीधर ट्रस्ट के महासचिव एवं इंटरनल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ देवेंद्र सिंह व उनके साथ मुख्य सेवादार जगजीत सिंह उर्फ काकावीर सिंह ने बाबा को मुखाग्नि दी।
मुख्य सेवादार काकावीर सिंह ने बताया कि रविवार को बडू साहिब में बाबा के पार्थिव शरीर को हॉल में दर्शनों के लिए रखा गया था, जिसके बाद 2:00 बजे अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। जहां पर देश-विदेश से 12000 से अधिक लोगों ने बाबा को नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
अंतिम विदाई में मुख्य रूप से अकाल तख्त अमृतसर के हेड ग्रंथि, आनंदपुर साहिब, दुगदुगगढ़, दमदमा साहिब बटिंडा व दिल्ली सहित कई गुरुद्वारों व शिक्षण संस्थानों के प्रमुख सेवादार सहित डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम शामिल हुए।
अंतिम संस्कार से पहले अंतिम अरदास का आयोजन किया गया और संस्कार के बाद कीर्तन भी आयोजित की गई। बाबा इकबाल सिंह की अस्थियों को विसर्जित ने किया जाएगा। उन्हें गुरद्वारा बडू साहिब में यादगार के तौर पर कलश में रखा जाएगा।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश कृषि विभाग के निदेशक पद से सेवानिवृत्त होने के बाद 1986 में 5 बच्चों से शुरू की गई बडू साहिब अकाल एकेडमी आज हिमाचल, हरियाणा, पंजाब राजस्थान सहित 129 अकाल एकेडमी व स्कूल द कलगीधर ट्रस्ट के तहत चल रहे हैं।
इसके साथ ही एक विश्वविद्यालय पंजाब व एक विश्वविद्यालय बडू साहिब में हजारों छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। वर्तमान में 129 अकादमियों व दो विश्वविद्यालय में 75000 से अधिक छात्र छात्राएं अध्ययनरत हैं।
संत तेजा सिंह व संत अमर सिंह के निर्देशानुसार बाबा इकबाल सिंह ने बडू साहिब को अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा का केंद्र बनाया, जो आज विश्व भर के बेहतर शिक्षण संस्थानों में शुमार है।