

पांवटा साहिब के गोताखोरों ने की स्थायी नियुक्ति की मांग: 15 साल से सेवा कर रहे, रोजगार का कोई स्थाई साधन नहीं…..
पांवटा साहिब: मां यमुना नदी में पिछले दो दशक से लोगों की जान बचाने वाले गोताखोरों ने अब स्थायी नियुक्ति की मांग उठाई है। गोताखोर टीम ने उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान को ज्ञापन भेजकर सरकार से रोजगार सुरक्षा की गुहार लगाई है।

गोताखोरों का कहना है कि वे पिछले 15 से 20 वर्षों से इस जिम्मेदारी को निभा रहे हैं। अब तक वे 100 से अधिक मृत व्यक्तियों के शव नदी से निकाल चुके हैं और करीब 1000 से ज्यादा लोगों की जान बचा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि उन्हें केवल बरसात के मौसम या मेलों-त्योहारों जैसे रेणुका जी मेला, होला मोहल्ला, छठ पूजा, गणेश विसर्जन और यमुना शरद महोत्सव के दौरान कुछ दिनों के लिए ही काम पर रखा जाता है।

बाकी समय उन्हें कोई रोजगार नहीं मिलता, जिससे परिवार का गुजारा करना मुश्किल हो जाता है। टीम ने बताया कि जब भी किसी व्यक्ति के डूबने की घटना होती है, तो प्रशासन उन्हें बुलाता है और वे तुरंत मौके पर पहुंचकर अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की मदद करते हैं।
गोताखोर दल में राजेन्द्र कुमार, राकेश कुमार, प्रदीप कुमार, शिवा सिंह, महेश, अभिमन्यु सिंह, लक्ष्य, मनीष, अमित कुमार और पंकज कश्यप शामिल हैं। सभी ने कहा कि वे गरीब परिवारों से हैं और इस सेवा के अलावा उनके पास कोई दूसरा रोजगार नहीं है।


उन्होंने मांग की है कि सरकार उन्हें किसी विभाग में स्थायी तौर पर नियुक्त करे, ताकि जब भी आपात स्थिति या धार्मिक आयोजन हो, वे तत्काल सेवा दे सकें और उनका जीवन-यापन भी सुरक्षित रह सके।

गोताखोरों ने उम्मीद जताई है कि उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान उनकी इस लंबे समय से चली आ रही समस्या पर जल्द सकारात्मक निर्णय लेंगे।



