पांवटा साहिब में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति पर बवाल…
महिलाओं ने सीएम को भेजा शिकायत पत्र, लगाया ये आरोप
ग्राम पंचायत अजौली के भीतर पड़ने वाले गांव अजौली में आंगनवाड़ी केंद्र पर गलत तरीके से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति की गई है। जिसका सभी आवेदिकाओं ने सख्त विरोध किया हैं।
इस मौके पर वीणा कुमारी पति दिनेश कुमार, रीता देवी पति गोरखनाथ, प्रियंका देवी पति रवि कुमार, पोला देवी पति शमशेर सिंह, रंजना देवी पति श्यामलाल, राधा देवी पति नरेंद्र कुमार, शिवानी पति जगमेल सिंह, अनीता पति रघुवीर सिंह, नीरू कुमारी पति सुरेश कुमार, प्रमिला देवी पति महेंद्र सिंह ने एक शिकायत पत्र मुखमंत्री को भेज है।
उन्होंने एसडीएम पांवटा साहिब के माध्यम से राज्यपाल व मुख्यमंत्री को भेजे शिकायत पत्र में उन्होंने आरोप लगाया है कि जिस कार्यकर्ता की नियुक्ति आंगनवाड़ी केंद्र पर की गई है, उसका पुश्तैनी घर ग्राम किशनकोट में पड़ता है।
उन्होंने बताया कि उसका परिवार पीढ़ियों से किशन कोट ग्राम के मध्य अपने घर में रह रहा है। परंतु गलत तरीके से सोची समझी रणनीति के तहत अपना फीडर एरिया बदलकर अजौली आंगनवाड़ी केंद्र पर नियुक्ति पाई है।
जबकि उक्त कार्यकर्ता के ग्राम में 2 आंगनवाड़ी केंद्र है। जहां पिछले वर्ष हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति के लिए भी उन्होंने आवेदन किया था। परंतु वहां उनकी नियुक्ति ना हो पाने के कारण उन्होंने सोची समझी रणनीति बनाते हुए अजोली आंगनवाड़ी केंद्र में अपना नाम दर्ज करवाया।
बाल विकास अधिकारी पांवटा साहिब ने भी बिना जांच किए उनका नाम अजोली आंगनवाड़ी केंद्र में दर्ज कर दिया। जबकि उनका ग्राम किशनकोट है उनका डाकघर राजबन में पड़ता है।
बाल विकास अधिकारी ने भी सोची-समझी रणनीति के तहत उनका साथ दिया और जो पद अजौली आंगनवाड़ी केंद्र के उपयुक्त उम्मीदवार महिलाओं के लिए आरक्षित था। उसे गलत तरीके से अन्य गांव की महिला को दे दिया गया।
नवनियुक्त कार्यकर्ता ने उससे पहले भी कई बार अपना फीडर एरिया बदलाव किया है। जिस पर विकास बाल विकास अधिकारी ने कोई संज्ञान न लेते हुए इस काम में उनकी मदद की। उन्होंने मांग की है कि गलत तरीके से की गई इस नियुक्ति को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए।