पांवटा साहिब में जलशक्ति विभाग कार्यालय के समक्ष किसानों ने जोरदार नारेबाजी
नहर में पानी न छोड़े जाने से नाराज़ हैं किसान, सिंचाई व्यवस्था हो रही बाधित…
विकास खंड पांवटा साहिब में सिंचाई व्यवस्था से महरूम किसानों ने जलशक्ति विभाग मंडल कार्यालय के समक्ष जोरदार नारेबाजी की। किसान यहां सुखी पड़ी नहरों में पानी छोड़े जाने को मांग कर रहे थे।
संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष तरसेम सिंह सग्गी और हिमाचल किसान सभा के सचिव गुरविंदर सिंह गोपी ने बताया कि इलाके में सिंचाई व्यवस्था के आभाव में धान और मक्के की फसल प्रभावित हो रही है।
उन्होंने कहा कि सिंचाई के लिए ट्यूवैल का पानी पर्याप्त नहीं होता। इसलिए किसान सिंचाई के लिए नहर में पानी पर निर्भर रहते हैं।लेकिन जलशक्ति विभाग की लापरवाही के कारण अभी तक नहर में पानी नहीं छोड़ा गया है। जिसके परिणामस्वरूप फसलें बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गई है।
किसान नेताओं ने कहा कि विभाग के अधिकारियों के लापरवाही भरे रवैए के कारण किसानों में रोष है। उन्होंने मांग की कि नहरों में तत्काल पानी छोड़ा जाए, और नवादा से मत्रालियों तक नहर को खुला रखा जाए।
इस मौके पर किसानों में अपनी मांगों को लेकर जोरदार नारेबाजी की। इसके साथ ही 15 दिन का अल्टिमेटम देते हुए कहा कि यदि दो सप्ताह के भीतर उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे सड़कों पर उतरने को बाध्य होंगे। इस दौरान उनके साथ जरनैल सिंह, भूपेंद्र सिंह, गुरमेल सिंह, अमरजीत सिंह, हरदेव सिंह आदि किसान नेता मौजूद थे।