पांवटा साहिब : 2021 में हुए किसान आंदोलन के बाद 2024 में एक बार फिर क्यों सड़कों पर उतरे किसान ! किसानों से किए अपने 10 वादों को पूरा करने में विफल रही मोदी सरकार…
उपमंडल पांवटा साहिब में बीते दिन किसानों के समर्थन में एक रोष रैली का आयोजन कर एसडीएम पांवटा साहिब को ज्ञापन सौपा गया है।
वर्ष 2021 में मोदी सरकार ने आंदोलनरत किसानों से लिखित में 10 वायदे किए थे जिसके बाद आंदोलन स्थगित किया गया था पर दो वर्ष बीत जाने पर भी जब उनको पूरा नहीं किया गया तब 2024 में किसान एक बार फिर से सड़कों पर उतरे और केंद्र की सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया।
आज पावंटा साहिब में भारतीय किसान यूनियन की अध्यक्षता में रोष रैली निकाली गयी जिसके बाद एसडीएम चीमा को ज्ञापन दिया गया।
मौके पर भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष अनिन्द्र सिंह नॉटी ने कहा की हिमाचल के किसान भी एक बार फिर अपने दूसरे राज्यों के किसान साथियों के साथ हैं।
पांवटा साहिब से पहला किसानों का जत्था 14 फरवरी को शंभू बॉर्डर पहुंच चुका था जिसमें BKU प्रदेश अध्यक्ष अनेंदर सिंह नौटी सहित गुरजीत नंबरदार, जसविंदर बिलिंग चरणजीत सिंह अर्जुन बनवात आदि किसान साथी शामिल रहे।
उन्होंने बताया की आगे भी पूरे प्रदेश से अलग जत्थे बारी बारी भेजे जाएंगे और हिमाचल BKU अपनी पूरी भूमिका निभाएगा।