पुलिस की दादागिरी, पहले दुकानदार का किया चालान, फिर महिलाओं बच्चों के सामने घसीटा
पांवटा साहिब के व्यापारियों में कड़ा रोष, देर सांय बीच बाजार में पेश आई घटना, वीडियो हो रहे वायरल
उपमंडल पांवटा साहिब में पुलिस की दादागिरी तब सामने आया जब एक पुलिस कर्मी ने देर सांय दूध बेच रहे डेयरी संचालक को महिलाओं और बच्चों के सामने घसीट कर बाहर निकाला।
हुआ यूं कि डीसी सिरमौर आरके गौतम के आदेशानुसार निर्धारित समय सीमा के बाद पुलिस टीम बाजार के निरीक्षण के लिए गश्त पर थी। इसी दौरान बस स्टैंड के नजदीक पाल डायरी पर दुकानदार कुछ ग्राहकों को दूध आदि दे रहा था।
तभी पुलिस टीम वहां पहुंच गई। पुलिस ने उसे दुकान बंद करने को कहा तो उसने उपस्थित ग्राहकों को समान दे देने तक रुकने का आग्रह किया। लेकिन इस बात पर दोनों की कहा सुनी हो गई। पुलिस टीम ने नियमों का उल्लंघन करने पर उसका चालान काट दिया।
लेकिन यहीं तक बस नही हुआ। इसके बाद गुस्साए पुलिस कर्मी ने दुकान पर मौजूद महिला और बच्चे के समक्ष दुकानदार को गर्दन से पकड़ कर घसीट कर बाहर निकाला। इस दौरान महिला और बच्चे पुलिस के समक्ष गिड़गिड़ाते रहे।
देखते ही देखते वहां काफी भीड़ एकत्रित हो गई। और कुछ लोगों ने पूरे घटना क्रम का वीडियो बना लिया। वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गए हैं। जिससे पुलिस विभाग की किरकिरी हो रही है।
उधर पुलिस के इस व्यवहार के व्यापारियों में कड़ा रोष है। व्यापारियों का कहना है कि मजदूर और फैक्ट्रियों में काम करने वाले कर्मचारी शाम को छः बजे के बाद ही बाजार आ पाते हैं। जबकि बाजार बंद करने के आदेश दिए गए हैं। डेयरी में दूध आदि सामान को बेचने के समय सीमा अधिकतम एक दिन होती है। ऐसे में डायरी संचालक क्या करें ?
व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनिंदर सिंह नॉटी ने इस बारे में कहा कि पुलिस का एक दुकानदार से अपराधियों जैसा व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उधर, डीएसपी बीर बहादुर ने इस बारे में बताया कि पुलिस डीसी सिरमौर के आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित कर रही है। इस दुकानदार को पुलिस तीन दिन से लगातार चेतावनी दे रही थी। जब बीती शाम पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो दुकानदार ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। फिर भी मामले की जांच की जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कारवाई की जाएगी।