बगावत के स्वर शांत करने पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप, तीन घंटे की मैराथन बैठक, पढ़ें क्या रहा नतीजा
ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी के खिलाफ बगावत से भाजपा हाईकमान के मत्थे पर खींची चिंता की लकीरें
आमंत्रण के बाद भाजपा नेता मदन मोहन शर्मा के कार्यालय पहुंचे बागी नेता मनीष तोमर और दिग्गज नेता रोशन चौधरी
पढ़ें बैठक में क्या हुई चर्चा, बैठक में क्या बोले भाजपा नेता कौन कौन रहे मौजूद
विधानसभा क्षेत्र पांवटा साहिब में भाजपा में सिर फुटव्वल की स्थिति पैदा होने के बाद पार्टी हाईकमान के मत्थे पर चिंता की लकीरें खींच गई हैं। भाजपा की मजबूत सीट माने जाने वाली की बचाने के लिए भाजपा हाईकमान ने डेमेज कंट्रोल के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं।
बता दें कि पार्टी से निष्कासन के बाद पूर्व भाजपा नेता और गिरिपार के नेता मनीष ठाकुर ने आजाद उम्मीदवार के तौर पर छवि ताल ठोक दी है। उन्होंने खुले मंच से गिरिपार की अस्मिता का नारा बुलंद किया है।
रविवार की गिरिपार के राजपुरा में आयोजित महापंचायत में 11 पंचायतों के लोगों ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर साझे उम्मीदवार के तौर पर मनीष तोमर ने नाम का ऐलान किया।
गौर हो कि मनीष तोमर द्वारा विधान सभा के टिकट के लिए दावेदारी के पश्चात पांवटा साहिब भाजपा ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया। इसे मनीष तोमर ने गिरिपार की अस्मिता का अपमान बताया और चुनाव लडने की घोषणा कर दी।
वहीं दूसरी ओर न केवल भाजपा की विचारधारा से ताल्लुक रखने वाले बल्कि संघ से सक्रिय रूप से जुड़े दिग्गज नेता रोशन चौधरी भी विकास के नाम पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए चुनावी मैदान में उतर चुके हैं।
उन्होंने इस बीच भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के पांवटा साहिब पहुंचने पर अपने समर्थकों के साथ उनका जोरदार स्वागत किया। लेकिन ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी की नीतियों के विरोध विकास में अनदेखी का नारा बुलंद कर चुनावी ताल ठोकी है। वे चुनाव लडने के लिए भाजपा से टिकट चाहते हैं। टिकट न मिलने पर आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में डटे रहने का ऐलान कर चुके हैं।
आम तौर पर शांत और सौम्य स्वभाव के पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष और दिग्गज नेता मदन मोहन शर्मा ने भी भाजपा से टिकट की दावेदारी जताई है। मदन मोहन शर्मा न केवल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के करीब माने जाते हैं बल्कि संघ में भी काफी पैठ रखते हैं। शर्मा पिछले बार भी विधान सभा पांवटा साहिब से टिकट के करीब थे। लेकिन किसी कारण से अंतिम क्षणों में चूक गए।
हाल ही में मदन मोहन शर्मा ने दिल्ली में जेपी नड्डा से मुलाकात कर सुखराम चौधरी समर्थकों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। उन्होंने इस दौरान नड्डा से पांवटा साहिब में भाजपा के हालत पर चर्चा की ओर उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत करवाया।
पांवटा साहिब विधान सभा क्षेत्र में भाजपा की स्थिति लगातार बिगड़ती देख भाजपा हाईकमान सकते में आ गई है। भाजपा यहां किसी तरह का खतरा मोल नही लेना चाहती।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए खुद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप और सीएम के ओएसडी व शिमला संसदीय सीट के प्रभारी शिशु धर्मा पांवटा साहिब पहुंचे। इस दौरान उन्होंने दिग्गज नेता मदन मोहन शर्मा के कार्यालय में तीनों नेताओं से मुलाकात की।
लगभग तीन घंटे तक चली मैराथन बैठक में प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी ने तीनों नेताओं की बात को ध्यान से सुना। प्रदेश अध्यक्ष यहां यमुना होटल में ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी के साथ तीनों नेताओं की संयुक्त बैठक करवाना चाहते थे। लेकिन तीनों में से कोई नेता इसके लिए तैयार नहीं हुआ।
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अगर पार्टी सूत्रों की माने तो पूर्व भाजपा नेता मनीष तोमर ने कड़े शब्दों में नाराज़गी जताते हुए कहा कि पार्टी से अपमानित कर निलंबन के पश्चात नेता किस आधार पर बातचीत के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। वे अपनी नाराजगी व्यक्त कर बैठक समाप्त होने से पहले ही बैठक छोड़ कर चले गए।
जबकि खुद रोशन चौधरी ने भी ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी से बात आगे बढ़ाने से इंकार कर दिया। उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अगर पार्टी हाईकमान पार्टी कार्यालय में आमंत्रित करेगा तो वे फिर अपना पक्ष और दावेदारी पेश करेंगे लेकिन ऊर्जा मंत्री के साथ संयुक्त बैठक की संभावना से इंकार कर दिया।
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सूत्र बताते हैं कि लंबे समय से ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी से नाराज चल रहे दिग्गज भाजपा नेता मदन मोहन शर्मा भी संयुक्त बैठक के लिए राज़ी नहीं हुए।
उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप और प्रभारी शिशु धर्मा को वास्तुस्थिति से विस्तार पूर्वक अवगत करवाया। उन्होंने कहा की पार्टी हाईकमान को सर्वे रिपोर्ट और कार्यकर्ताओं की भावनाओं का ध्यान रखते हुए निर्णय लेना चाहिए। सूत्र बताते हैं कि फिलहाल पार्टी हाईकमान समझौते के विकल्पों पर विचार कर रही है। लेकिन समझौता ना हो पाने की सूरत में अन्य विकल्पों पर विचार किया जा सकता है।
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