भूख से रोता रहा बेटा, और मां ने कमरे में…
जब घरवालों ने दरवाजा खोला तो दिखा भयानक मंजर
सवा दो साल पहले ब्याही एक युवती ने शुक्रवार दोपहर हंडिया स्थित अपनी ससुराल में ऐसा कदम उठाया कि सारे क्षेत्र में सन्नाटा पसार गया।
साल भर के बेटे के लगातार रोते रहने पर जब उसके कमरे का दरवाजा खोला गया तो अंदर उसकी मां फांसी पर लटकी दिखी।
सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। आखिर महिला ने आत्महत्या क्यों की यह अभी भी रहस्य बना हुआ है।
जब कमरे में अकेली थी तो कर ली आत्महत्या
प्रयागराज मेजा इलाके में लोहारी गांव निवासी रामधारी यादव ने अपनी बड़ी बेटी 27 साल की श्वेता यादव की शादी 15 मई, 2019 को हंडिया क्षेत्र के संग्राम पट्टी गांव निवासी रंग बहादुर यादव के इकलौते पुत्र नितेश कुमार यादव के साथ की थी। पति नितेश पास के स्कूल में अध्यापक है।
श्वेता ने एक बेटे को जन्म दिया जो अब करीब साल भर का है। शुक्रवार सुबह पति नितेश स्कूल न्यूआरएसजे में पढ़ाने चला गया। घर में श्वेता अकेली थी। दोनों ननद भोजन के बाद बाहर धूप में अपनी मां के साथ बैठी थी।
श्वेता का दुधमुंहा बेटा रौनक मकान के दरवाजे के पास अपनी दादी के साथ सो रहा था और अपने कमरे में श्वेता अकेली थी। फिर पता नहीं ऐसा क्या हुआ कि श्वेता ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद किया और पखे में साड़ी का फंदा बांधकर फांसी पर लटक गई।
कुछ देर बाद बेटा रौनक सोकर उठा तो भूख के कारण रोने लगा। वह कमरे पर जाकर दरवाजा खटखटाने लगा, लेकिन अंदर से श्वेता ने न तो दरवाजा खोला और न कोई उसका जवाब आया।
श्वेता ने देर तक दरवाजा नहीं खोला और न कोई आवाज आई तो ननद को शक हुआ। उसने खिड़की से झांका तो श्वेता पंखे से फंदे पर लटकी दिखी। उसने शोर मचाया तो परिवार के लोग आ गए।
श्वेता को फंदे से उतारा गया लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। कुछ देर में हंडिया थाने की पुलिस वहा पहुंची और परिवार के लोगों से बात की। मायके वालों का इंतजार किया जा रहा है।
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। बहरहाल उसने आत्महत्या क्यों की यह अभी पहेली बनी हुई है। पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है।