मंदी की मार झेल रहे उद्योगपति ट्रक यूनियन के खिलाफ हुए लामबंद, प्रदेश सरकार से की ये मांग
पांवटा साहिब में ट्रक यूनियन के अड़ियल रवैया के कारण उद्योग बंद होने के कगार पर पहुंच गया है सरकार को इस पर संज्ञान लेने की जरूरत है।
यह बयान सोमवार को पांवटा साहिब चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सतीश गोयल, उपाध्यक्ष अरूण गोयल तथा एनपीएस सहोता ने संयुक्त पत्रकार वार्ता के दौरान कहा।
उन्होंने कहा कि ट्रक किराया बढ़ाने से उद्योगपति बहुत दिक्कतों का सामना कर रहे है। इसके इलावा अधिक किराया होने से पांवटा साहिब में नई इंडस्ट्री नहीं आ रही है। सतीश गोयल ने कहा कि बाजार में कंपिटीशन होने के कारण उद्योग को रेट नहीं मिल रहे हैं।
जिस कारण बाजार में हमलोग कंपटीशन नहीं कर पा रहे हैं। इस लिए प्रदेश की नई सरकार इस समस्या पर गोर करे। उपाध्यक्ष अरूण गोयल ने कहा कि पंजाब में अमरिंदर सिंह ने सरकार बनते ही ट्रक यूनियन पर पाबंदी लगा दी थी जिसके बाद से पंजाब में इंडस्ट्री में बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने कहा कि उद्योग से ट्रक यूनियन ही नहीं जुड़े हुए इसमें लाख लोगों को रोजगार मिल रहा है साथ ही अन्य लोगों को भी इसका लाभ मिलता है। इस लिए अगर ट्रक यूनियन की यही स्थिति रही तो कई उद्योग बंद हो जायेंगे जिससे क्षेत्र के लोगों को भी बहुत नुक्सान होगा।
उन्होंने कहा कि राजस्थान से लाकर पांवटा साहिब में सामान सस्ता पड़ता है और यहां सामान महंगा पड़ता है इस स्थिति में हम केसे बाजार में कंपिटीशन करेंगे।
इस लिए सरकार को इस पर ध्यान देकर ट्रक किराया को ओपन करवाये ताकि ट्रकों का काम भी चलता रहे और उद्योग भी चलता रहेगा। क्यूंकि बहुत से उद्योग पांवटा साहिब से पलायन कर चुके है।