मल्टी टास्क वर्करों की भर्ती को उमड़े बेरोजगार, उलझन में सरकार
सीएम ऑफिस में लग रहीं आवेदकों की कतारें,
एक भर्ती पर कोर्ट की रोक ने बढ़ाई सरकार की दिक्कतें
मल्टी टास्क वर्कर्स की भर्ती को लेकर हिमाचल सरकार को उलझन में डाल दिया है। इस भर्ती के लिए मौजूदा समय में एक अनार सौ बीमार की स्थिति बनी हुई थी, मगर अब हाईकोर्ट से एक भर्ती पर लगी रोक के बाद और भी नए विवाद खड़े हो सकते हैं।
इन वर्कर्स की भर्ती पर सरकार ने निर्णय क्या ले लिया कि अब सीएम कार्यालय पर भी इस बारे में खासा दबाव बन गया है। Cm दफ्तर को भर्ती के संबंध में न केवल बड़ी संख्या में आवेदन मिल रहे हैं, बल्कि बेरोजगारों की भी लंबी लाइनें लग रहीं हैं।
प्रदेश मंत्रिमंडल ने निर्णय लिया था कि राज्य के शिक्षा विभाग में मल्टी टास्क वर्कर्स की भर्ती होगी। ये वर्कर जलवाहकों से लेकर तमाम तरह का कार्य करेंगे।
यह सुनिश्चित किया गया कि प्रदेश में करीब 8000 पद भरे जाएंगे। इनमें से 4000 पदों को भरने का अधिकार सीएम के पास होगा। यानी पात्रता शर्तों पर खरा उतरने वाले जिन लोगों की संस्तुति सीएम जयराम ठाकुर करेंगे और उनको भर्ती किया जाएगा। शेष बचे 4000 पदों को विभागीय प्रक्रिया के तहत भरा जाएगा।
चुनावी साल से पहले जरूरतमंदों की भर्ती कर सरकार इसका भरपूर लाभ लेने की फिराक में है। वहीं, गरीबों और जरूरतमंदों के पास नौकरी का ये एक सुनहरा अवसर है।
भर्ती के लिए सालाना आय की शर्त 40 हजार रुपये है। इसके अलावा विधवा, एकल नारी, बीपीएल आदि को भी भर्ती के लिए वरीयता देने का प्रावधान किया गया है। यही नहीं अभी तक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की संस्तुति पर बड़ी संख्या में मल्टी टास्क वर्कर्स भर्ती भी कर दिए गए हैं, मगर सरकार पर दबाव भी बढ़ता ही जा रहा है।
सीएम कार्यालय में कई बार इतने लोग पहुंच रहे हैं कि उन्हें वहां से संबंधित विधायकों के पास भेजना पड़ रहा है और उन्हीं के माध्यम से भर्ती आवेदन भेजने को कहा जा रहा है।
मंडी में लगी एक भर्ती पर हाईकोर्ट की रोक ने सरकार की चिंता बढा दी है और इस तरह के विवाद आगामी दिनों में और भी बढ़ने की संभावना है।
इस बारे में सरकार कानूनी पहलुओं पर भी विचार-मंत्रणा कर रही है, वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि मल्टी टास्क वर्कर्स की भर्ती के दौरान इस तरह के विवाद होने की आशंका पहले से ही रही है। ऐसे में इस भर्ती में नियमों-कायदों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।