महिला की गुहार के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इन एक्शन
केन्द्रीय मंत्री ने कंपनी को दिया 72 घन्टें का अल्टीमेटम…
पांवटा साहिब-शिलाई नेशनल हाईवे-707 पर निर्माण कार्य करने वाली HES इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर कार्रवाई की तलवार लटक गई हैं।
कंपनी द्वारा बिना किसी की अनुमति बनाये गए डंपिंग यार्ड को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने 72 घंटे में आवशक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
पांवटा में एक प्रेस वार्ता में पहुंचे पीड़ित परिवार सुमित्री देवी व सुमन ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री ने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया है कि जो भी भूमि को नुकसान हुआ है उसकी भरपाई भी वह स्वयं ही करेंगे।
परिवार का कहना है कि डंपिंग यार्ड पहले से ही निश्चित हो चुका था लेकीन उन्हे इस मामले में कोई सूचना में पहले कोई सूचना नहीं दी गई थी और न ही उनसे पंचायत प्रधान, स्थानीय प्रशासन या कंपनी द्वारा अनुमति ली गई थी।
पीड़ित परिवार बहुत ही गरीब है और दूध उत्पादन के माध्यम से वह अपने तीन बच्चो का निर्वाह करतीं है कंपनी द्वारा 6 बीघा जमीन के साथ साथ एक प्राकृतिक जल स्रोत का भी नुकसान हुआ है। जोकि उनके जीवनयापन में बहुत आड़े आ रहा है।
पीड़ित परिवार ने मीडिया के समक्ष कहा था कि केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलने उपरांत यदि कोई समाधान नहीं निकला तो वह मजबूरन आत्महत्या कर लेंगे।
नाथूराम चौहान द्वारा हुई प्रेस वार्ता के दौरान परिवार परिवार ने कहा उन्हे उम्मीद है कि नितिन गड़करी से मुलाकात बाद उनकी समस्या का समाधान हो जाएगा।