राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल: हिमाचल में डे बोर्डिंग स्कूलों के लेकर आया नया फैसला! 50 बीघा की समस्या खत्म होगी! सरकार उठाने जा रही ये बड़ा कदम
राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल: हिमाचल प्रदेश सरकार ने राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूलों के लिए एक नई योजना बनाई है।
इस योजना के अनुसार, स्कूलों को 50 बीघा से कम भूमि पर भी खोला जा सकेगा। इस प्रस्ताव पर चर्चा के लिए यह मुद्दा जल्द ही कैबिनेट में लाया जाएगा।
शिक्षा विभाग की एक विशेष टीम ने 18 संभावित स्थानों का निरीक्षण करके अपनी रिपोर्ट पंकज राय, विशेष सचिव शिक्षा को सौंप दी है। यह रिपोर्ट शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के समक्ष प्रस्तुत की गई है।
योजना के अनुसार, इन स्कूलों में प्री-नर्सरी से पांचवीं कक्षा तक के ब्लॉक 18 माह के भीतर तैयार किए जाएंगे।
इन स्कूलों में लगभग 900 से 1000 छात्रों को समायोजित करने की क्षमता होगी। स्कूलों में हाई-टेक स्मार्ट क्लासरूम, खेल के मैदान, इंडोर स्टेडियम, स्विमिंग पूल और म्यूजिक रूम जैसी अनेक सुविधाएं होंगी।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बजट भाषण में इन स्कूलों के निर्माण का ऐलान किया था। स्कूलों के निर्माण के लिए 18 जगह चुनी गई हैं, जिनका निरीक्षण पंकज रॉय ने किया है।
इस परियोजना का उद्देश्य राज्य में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाना है। इसके माध्यम से शिक्षा तक पहुंच को आसान बनाने की कोशिश की जा रही है, खासकर उन इलाकों में जहां शिक्षण संसाधनों की कमी है।
इन नए स्कूलों के माध्यम से, बच्चों को उच्च स्तरीय शिक्षा और सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, जिससे वे आधुनिक युग की चुनौतियों का सामना कर सकें।
इस योजना के तहत, शहरी और ग्रामीण इलाकों में समान रूप से स्कूलों की स्थापना की जाएगी, ताकि हर क्षेत्र के बच्चों को बेहतर शिक्षा प्राप्त हो सके।
यह योजना न केवल शिक्षा के क्षेत्र में, बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी, क्योंकि शिक्षित युवा भविष्य में राज्य और देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।