राज्यपाल बोले: सैनिक बनकर नशे को रोकें! धौलाकुंआ में नशा उन्मूलन शिविर में लिया हिस्सा….
सिरमौर, 26 मार्च 2025: हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने नशे को समाज का दुश्मन बताते हुए कहा कि इसे सैनिक की तरह रोकना होगा। धौलाकुंआ में नशा जागरूकता शिविर में उन्होंने यह बात कही।
राज्यपाल ने छात्रों की नशा मुक्ति रैली को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बड़ा नशा मुक्ति केंद्र बनना चाहिए। सरकार को इस दिशा में काम करना होगा।
उन्होंने नागरिकों से अपील की कि नशे को घर में न घुसने दें। यह अभियान तभी सफल होगा, जब सब मिलकर काम करें। खासकर महिलाओं और पंचायतों से सहयोग मांगा।
विश्वविद्यालय में नशे पर सख्ती
शिव प्रताप शुक्ल ने बताया कि नए सत्र से हर छात्र को नशा न करने की शपथ लेनी होगी। नशा करते पाए जाने पर दाखिला रद्द होगा। यह कदम युवाओं को बचाने के लिए है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरणा लेकर “नशामुक्त हिमाचल अभियान” शुरू किया। शुरुआत में सफलता कम मिली, पर अब नतीजे बेहतर हैं।
नशा: परिवार और समाज का नुकसान
राज्यपाल ने चेताया कि नशा सिर्फ एक व्यक्ति को नहीं, पूरे परिवार को बर्बाद करता है। ग्रामीण इलाकों में यह आर्थिक हालात को कमजोर करता है। मेहनतकश परिवार सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।
उन्होंने किसान मेला और खैरी अनुसंधान प्रक्षेत्र का उद्घाटन भी किया। प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया। विश्वविद्यालय के प्रकाशनों का लोकार्पण भी हुआ।
जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना
शिव प्रताप शुक्ल ने सिरमौर जिला प्रशासन के नशा विरोधी अभियान की तारीफ की। “नमो ड्रोन दीदी” परमजीत कौर से बात की। परिसर में रुद्राक्ष और सिंदूर के पौधे लगाए।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजेश्वर सिंह चंदेल ने स्वागत किया। उन्होंने किसानों के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
नशे के खिलाफ जागरूकता पर जोर
पुलिस, स्वास्थ्य और कल्याण विभाग के अधिकारियों ने नशा उन्मूलन पर विचार रखे। छात्रों ने नाटक के जरिए नशे के दुष्प्रभाव दिखाए। एक शिक्षक ने नशा छोड़ने की अपनी कहानी सुनाई।
कार्यक्रम में जिला प्रशासन, पुलिस और किसानों सहित कई लोग मौजूद थे। यह आयोजन नशे के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने में अहम कदम साबित हुआ।