ल्यूमिनस शोरूम से बैटरियां व नकदी चोरी, सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
यूं दिया वारदात को अंजाम…
चोर गिरोह ने शोरूम में सेंध लगाकर अढ़ाई लाख कैश, 2 मोबाइल फोन सहित 90 बैटरियां चोरी की वारदात को अंजाम दिया हैं। इस घटना में 15 लाख रुपए का माल चोरी होने का अनुमान है। सूचना मिलने पर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार उक्त स्थल पर हाईवे के किनारे स्थित राजू इंटरप्राइजिज शोरूम (ल्यूमिनस) में आधी रात को घुसे चोर गिरोह के सदस्यों ने गोदाम के दरवाजे पर लगे शटर को तोड़कर कैंची गेट तोड़ा और उसके बाद अंदर लगे एल्यूमिनियम दरवाजे के ग्लास को तोड़कर शोरूम में प्रवेश किया है।
चोरों ने इससे पहले भवन की ऊपर की मंजिल पर रह रहे किराएदारों के कमरों में बाहर से कुंडियां लगा दीं। सीसीटीवी कैमरों में चोरों द्वारा की गई पूरी वारदात कैद हो गई है। मामला अम्ब-ऊना हाईवे पर कटौहड़ खुर्द का है जहां शातिरों ने ल्यूमिनस शोरूम में सेंधमारी कर बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। मामला ऊना जिला के अम्ब-ऊना हाईवे पर कटौहड़ खुर्द में सामने आया।
एक घंटे तक दिया चोरी की वारदात को अंजाम
सीसीटीवी फुटेज के तहत करीब 12 बजे आए चोरों ने दरवाजे पर 3 लेयर शटर को तोड़ने के लिए करीब एक घंटा लगाया और करीब एक घंटे तक अंदर चोरी की वारदात को अंजाम दिया है।
फुटेज में चोर शोरूम के भीतर टॉर्च जलाकर घूम रहे हैं और बैटरियों को नीचे गोदाम में उतारकर बाहर पहुंचा रहे हैं। एक चोर का चेहरा कभी-कभी साफ नजर आ रहा है और कभी वह मुंह पर मास्क लगा लेता है।
अंदर से माल बाहर निकालने तक चोरों की लगभग हर गतिविधि कैमरे में रिकाॅर्ड हो गई है लेकिन अंत में जाते-जाते वह सीसीटीवी कैमरे की तारें काट गए हैं जिसके चलते यह साफ नहीं हो पाया है कि वह कौन से वाहन में माल को लेकर गए हैं।
कयास लगाए जा रहे हैं कि बाहर निकाला हुआ माल (बैटरियां), छोटे वाहन, जीप ट्राले आदि में गया है। शोरूम के मालिक अरुण शर्मा का कहना है कि भवन के साथ खेतों में जहां पर उन्होंने शोरूम से माल निकालकर भरा है वहां पर वह करीब 2 लाख की बैटरियां छोड़ गए हैं।
14 से 22 हजार तक है एक बैटरी की कीमत
बताया जा रहा है कि चोरी हुए माल में एक एक बैटरी की कीमत 14 से 22 हजार तक है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जिस ढंग से चोरों ने बैटरियां उल्टी-सीधी करके बाहर पहुंचाई हैं और कई बैटरियों का तेजाब नीचे गिरा हुआ है, इससे यह तो साफ है कि उन्होंने नई बैटरियां बेचने के लिए नहीं बल्कि स्कै्रप में रिसाइकिल कर सैल बेचने के लिए चोरी की हैं क्योंकि इन हाई क्वालिटी बैटरियों की कीमत स्क्रैप में भी बहुत ज्यादा है।