वर्तमान सरकार समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए वचनबद्ध : त्रिलोक कपूर
वर्तमान हिमाचल सरकार समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए वचनबद्ध है। यह वाक्य अध्यक्ष हिमाचल वूल फेडरेशन त्रिलोक कपूर ने आज नाहन में आयोजित एक दिवसीय भेड़ पालक जागरूकता एवं प्रशिक्षण शिविर में सरकार भेेड पालकों के द्वार कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में कहे।
उन्होंने कहा कि भेड़ पालक अपनी आजीविका के लिए प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों से चरागाह के लिए मैदानी क्षेत्रों में आते हैं और वर्ष भर कठिन जीवन व्यतीत करते हैं।
इस तरह के आयोजन सभी भेड़ पालकों की समस्याओं को सुनने के लिए आयोजित किए जाते हैं। प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के मार्गदर्शन में इन भेड़ पालकों की आजीविका को बढ़ाने और इस व्यवसाय को बचाए रखने के लिए प्रयासरत है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने गत वर्ष बजट में भेड़ पालकों को चिकित्सीय सुविधाए उपलब्ध करवाने के लिए 1 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया है। इसके अतिरिक्त, भेड़ पालकों के लिए वन परमिट को बढ़ाकर अब 3 वर्ष से 6 वर्ष कर दिया गया है।
इससे पहले, विधायक नाहन एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने गत 4 वर्षों में पशुपालकों की आर्थिकी को सुदृढ करने के लिए 13502 बकरियां 60 प्रतिशत अनुदान के रूप में भेड़ पालकों को प्रदान की गई हैं।
उन्होंने भेड़ पालकों से अपील की कि वह जंगलों को सुरक्षित रखने में भी अपनी अहम जिम्मेदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि भेड़ पालक आज मीट, दूध, खाद व अन्य कई प्रकार की ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थ उपलब्ध करवा रहे हैं।
इन भेड़ पालकों का संरक्षण सिर्फ आजीविका के लिए ही नहीं अपितु हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य की संस्कृति को जीवित रखने के लिए भी नितांत आवश्यक है।
इस अवसर पर डीपीओ नाहन डॉ प्रदीप शर्मा, सहायक निदेशक डॉ नवीन, डॉ राजीव, डॉ मुंशी कपूर ने भेड़ पालकों को भेड़ों में पाए जाने वाली विभिन्न बीमारियों की रोकथाम और पशुपालन विभाग द्वारा दिए जाने वाली चिकित्सीय सहायता के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।
इस अवसर पर विभाग की ओर से भेड़ पालकों को मेडिकल किट भी वितरित की गई। इस प्रशिक्षण शिविर में किन्नौर, कांगड़ा, शिमला व सिरमौर के लगभग 150 भेड़ पालक उपस्थित रहे।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बबीता राणा, उपमंडल दण्डाधिकारी नाहन रजनेश कुमार, उपनिदेशक पशुपालन विभाग नीरू शबनम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।