शिमला : 12 घंटे मे सुरक्षित मिले जोनांग मठ से लापता दो नाबालिग भिक्षु! रास्ता भटक जाना रही वजह…
शिमला: जोनांग मठ से लापता दो नाबालिग भिक्षुओं को ढली पुलिस ने 12 घंटे में ढूंढ निकाला। दोनों किशोर सुरक्षित हैं और मठ को सौंप दिए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक 10 अप्रैल को दोपहर संजौली के जोनांग मठ से दो किशोर भिक्षु गायब हो गए। मठ प्रशासन ने ढली थाने में शिकायत दर्ज की। पुलिस ने तुरंत तलाश शुरू की। सीसीटीवी फुटेज और पूछताछ के बाद दोनों ढली चौक पर मिले।
12 और 13 साल के ये किशोर क्रमशः अरुणाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल से हैं। वे मठ में तिब्बती बौद्ध शिक्षा ले रहे थे। पुलिस के मुताबिक, वे घूमने निकले थे, लेकिन रास्ता भटक गए।
मठ प्रबंधक पेमा फुंटसोक ने बताया कि दोनों की दिनचर्या सामान्य थी। उनके अचानक गायब होने से चिंता बढ़ गई थी। पुलिस की तत्परता से मामला सुलझ गया। दोनों के पास फोन नहीं था।
ढली पुलिस ने सीसीटीवी और स्थानीय सूचनाओं का सहारा लिया। एक अधिकारी ने बताया कि बच्चों को मठ को सौंप दिया गया है। मामले में धारा 137(2) के तहत केस दर्ज किया गया था।
जोनांग टेकन फुत्सोक चोलिंग मठ 1963 में स्थापित हुआ। यह जोनांग परंपरा का एकमात्र केंद्र है। यहां 100 से अधिक भिक्षु रहते हैं। मठ तिब्बती संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है।
मठ की रंग-बिरंगी संरचना और शांत वातावरण इसे खास बनाते हैं। यहां भिक्षु धार्मिक साधना और शिक्षा ग्रहण करते हैं। दोनों किशोर भी यही प्रशिक्षण ले रहे थे।
पुलिस की तेज कार्रवाई से मठ प्रशासन ने राहत की सांस ली। स्थानीय लोग भी इस घटना पर नजर रखे हुए थे। बच्चों की सुरक्षित वापसी से सभी खुश हैं।
यह घटना मठ और पुलिस के बीच समन्वय का उदाहरण है। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए मठ प्रशासन सतर्कता बरत रहा है।