सिरमौर जिला में आया ओमिक्रोन का पहला संक्रमित, कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं
प्रदेश में ओमिक्रोन संक्रमितों की संख्या कुल मिलाकर हुई 7..
प्रदेश में ओमिक्रोन संकट के बीच जिला सिरमौर में भी पहला मामला सामने आ चुका है। बीते दिनों पच्छाद क्षेत्र से 5 लोगों की संक्रमित रिपोर्ट मे से एक युवक में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई हैं।
स्वास्थ्य विभाग इस बात को लेकर भी हैरान है कि उक्त युवक की कोई बाहरी राज्य या देश से ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। बावजूद इसके दिल्ली भेजे गए सैंपल में वह संक्रमित पाया गया है।
जानकारी के मुताबिक उक्त युवक जनवरी माह के पहले सप्ताह में पच्छाद से 5 लोगों के साथ पॉजिटिव पाया गया था, जिसके बाद इसे पहले ही होम क्वारंटाइन कर दिया गया था। संदेह के आधार पर जिला स्वास्थ्य विभाग ने कुछ सैंपल दिल्ली भेजे थे, जिसकी बीते कल बुधवार को रिपोर्ट आई है उसी में उक्त युवक में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है।
हालांकि युवक पूरी तरह से दुरुस्त है व अभी भी स्वास्थ्य विभाग के कोविड-19 नियमों के तहत होम क्वारंटाइन है। स्वास्थ्य विभाग लगातार उस पर नजर बनाए हुए हैं। उसके संपर्क में आए लोगों के भी टेस्ट करवाए जा रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में विदेशों से लौटे तीन लोगों में मंगलवार को कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई थी। इनमें जिला मंडी के कनाडा से लौटे दो और जिला कुल्लू में भी कनाडा से आया एक व्यक्ति शामिल था।
प्रदेश में अब तक 7 लोगों में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है। इससे पहले जिला मंडी में एक और ऊना में दो लोगों संक्रमित पाए गए थे।
जानकारी देते हुए जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजीव सहगल ने बताया कि पच्छाद क्षेत्र से संबंध रखने वाले एक युवक में ओमिक्रोन की पुष्टि पाई गई है। जबकि उसकी ट्रैवल हिस्ट्री कही की नहीं है। उन्होंने कहा कि युवक को कोविड-19 नियमों के तहत स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में रखा गया है।
जिसपर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के बढ़ने की यही रफ्तार रही तो दो-चार दिन में बंदिशें बढ़ाने पर विचार करेंगे।
सीएम ने मंगलवार को राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ शिमला के परिसर में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा है कि प्रदेश में कोरोना से मौतें बढ़ी हैं जिसके बारे अधिकारियों से रिपोर्ट भेजी गई है।
उन्होंने केंद्रीय सरकार के समक्ष विचार रखा की जो सैंपल्स भेजे जा रहे है उनकी रिपोर्ट जल्द उपलब्ध करवाई जाए ऐसा आग्रह किया गया।