सिर्फ राज्यों नहीं राज्यसभा का भी गणित बिगाड़ सकते हैं 5 राज्यों के परिणाम
पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के परिणाम ना सिर्फ राज्यों में सरकारों का खेल बनाएंगे और बिगाड़गे। अभी तो राजनीतिक दलों के राज्यसभा का भी गणित बना और बिगाड़ सकते हैं।
राज्यसभा सांसदों के चुनाव में भी यह परिणाम खासा महत्व रखेंगे। खासकर यूपी पंजाब और उत्तराखंड के नतीजे तो उच्च सदन में मोदी सरकार के मजबूती और कमजोरी के कारण बन सकते हैं।
क्या है राज्यसभा का गणित ?
अभी राज्यसभा में एनडीए के कुल 114 सांसद है। जिसमें भाजपा के 97 जदयू और अन्नाद्रमुक के 5 एक निर्दलीय और 6 छोटे दलों के सांसद है। वही सपग (कांग्रेस गठबंधन) के 59 सदस्य है। अप्रैल से अगस्त के बीच में अलग-अलग राज्यों के कुल 70 सांसदों का कार्यकाल खत्म हो रहा है। जिससे राज्यसभा की तस्वीर बदल सकती है।
रिटायर होंगे बड़े चेहरे
राज्यसभा से कई बड़े चेहरे इस वर्ष रिटायर होंगे। मनोनीत सांसदों में से सुब्रमण्यम स्वामी का कार्यकाल 24 अप्रैल को खत्म होगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और g-23 के सदस्य रहे आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, एके एंटनी, अंबिका सोनी और प्रताप सिंह बाजवा इस वर्ष उच्च सदन से रिटायर होंगे।
वहीं बीजेपी से ओम प्रकाश माथुर, रामकुमार वर्मा, हर्षवर्धन सिंह, के जे अलफोंस, सुरेश प्रभु,वायस चौधरी,जीटी वेंकटेश अपना कार्यकाल पूरा करेंगे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल पटेल, शिवसेना के संजय राऊत भी अपना कार्यकाल पूरा करेंगे। सुब्रमण्यम स्वामी और सुभाष चंद्रा का भी कार्यकाल इस पर समाप्त होगा।
दो मंत्री भी होंगे रिटायर
मोदी सरकार के दो मंत्री भी इस वर्ष उच्च सदन मे अपना कार्यकाल पूरा कर लेंगे। महाराष्ट्र से नेता सदन पीयूष गोयल और उप नेता मुख्तार अब्बास नकवी भी अपना कार्यकाल पूरा करेंगे। मंत्री होने के नाते उच्च सदन में इनकी वापसी की पूरी उम्मीदें हैं।
70 सीटों पर होने हैं चुनाव
इस वर्ष राज्यसभा के कुल 70 सदस्य अपना कार्यकाल पूरा करेंगे। जिनके लिए चुनाव कराए जाएंगे। महाराष्ट्र और बिहार से 5-5, राजस्थान और आंध्र प्रदेश के 4-4, मध्य प्रदेश से 3, झारखंड, छत्तीसगढ़, असम, हरियाणा और पंजाब के 2 , केरला,हिमाचल प्रदेश,उत्तर प्रदेश और त्रिपुरा से 1 सांसद का कार्यकाल खत्म हो रहा है। एक मनोनीत और निर्दलीय सांसद का भी कार्यकाल पूरा होगा।
इन सदस्यों के कार्यकाल खत्म होने के बाद अप्रैल से अगस्त के मध्य नए सदस्यों के निर्वाचन के लिए चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी।
क्या है पार्टियों का गणित ?
भाजपा के 17,कांग्रेस के 11, शिवसेना एनसीपी और भाकपा के 1 सदस्य का कार्यकाल पूरा होगा। एक मनोनीत और एक निर्दलीय सदस्य भी अपना कार्यकाल पूरा करेंगे।
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