सीधे शेयरों में करें निवेश या इक्विटी म्यूचुअल फंड में लगाएं पैसा ? जानें
इन आसान शब्दों में समझ जाएंगे तो नही होंगे कंफ्यूज….
मार्च, 2020 में कोरोना महामारी के कारण घरेलू शेयर मार्केट (Share Market) में बड़ी भारी गिरावट दर्ज की गई थी। मार्च में बड़ी गिरावट के बाद ही कुछ महीनों के भीतर मार्केट में फिर से तेजी आ गई थी। इस बड़ी हुई तेजी ने काफी बड़ी संख्या में नए लोगों को शेयर मार्केट की तरफ आकर्षित किया।
यहां प्रश्न यह है कि आपको सीधे शेयर्स में पैसे लगाने चाहिए या इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Fund) के बारे में सोचना चाहिए।
आइये जाने इस सवाल का जवाब…!
नए निवेशकों के लिए इक्विटी फंड सही अथवा नहीं ?
विशेषज्ञ बताते है की नये लोगों को सीधे शेयर्स में निवेश करने से बचना चाहिए। नए लोगों को सीधे शेयर्स में निवेश करने के लिए बाजार की पर्याप्त समझ आवश्यक है। नए लोगों को कंपनी की वित्तीय क्षेत्रों से लेकर कंपनी के फंडामेंटल की समझ होनी चाहिए। अधिकांश लोगों के पास समय की काफी कमी होती हे जिस कारण शेयर बाजार पर रिसर्च करना या उसे जुड़ी वर्तमान की खबरों पर नजर रखना कठिन काम हो जाता है।
जल्द मुनाफा कमाने के चक्कर में होता है नुकसान…
सैकड़ों बार देखा गया है कि नए निवेशक दूसरों को देख कर शेयर में काफी पैसा लगा देते है। जब नुकसान होता है तो शेयर मार्केट से हमेशा के लिए रिश्ता तोड़ देते हैं। यह बात बिल्कुल सच की नए आने वाले निवेशक जल्दी प्रॉफिट के चक्कर में अपना नुकसान कर बैठते है।
नए लोगों को लगता है कि शेयर बाजार ऐसी जगह है जहां हम कुछ समय में करोड़ों रूपए बना लेंगे लेकिन यह गलत सोच है।
फंड मैनेजर लेते हैं निवेश के फैसले
विशेषज्ञ बताते है कि नये लोगों को सीधे शेयर्स में पैसे लगाने की बजाए म्यूचुअल फंड में पैसे लगाने चाहिए। म्यूचुअल फंड कंपनियों की इक्विटी स्कीमें (Equity Scheme) सीधे शेयरों में पैसे लगाने का अवसर देती है जहां उस फंड का मैनेजमेंट फंड मैनेजर करते हैं। जो शेयर बाजार के पंडित होते है मतलब की उन्हें इस बारे में काफी तगड़ा नालेज होता हैं। इसलिए वह सोच समझकर किसी कंपनी में निवेश करने का फैसला लेते है। इक्विटी फंड (Equity Fund) के मैनेजर का उद्देश्य अपने निवेशकों को अधिक से अधिक फायदा करवाना होता है।
इक्विटी फंड के रास्ते निवेश में जोखिम कम
शेयर बाजार मे जब आप इक्विटी फंड का रास्ता चुनते हैं तो आपका जोखिम काफी कम हो जाता है। क्योंकि आपका पैसा किस कंपनी में निवेश किया जाएगा इसका फैसला फंड मैनेजर द्वारा किया जाता है। वे बाजार की एक-एक चाल पर बारीकी से नजर रखते है।
वह बाजार का ध्यान रखते हुए ही किसी कंपनी में पैसा निवेश करती है या उसमे से निकाल लेते हैं। इसलिए नए लोगों को सीधे शेयर में निवेश करने की बजाय म्यूचुअल फंड में इनवेस्ट करना चाहिए।
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