सौरभ ह*त्याकां*ड: नशे में सौरभ के दिल में उतारा खंजर, मुस्कान-साहिल की खौफनाक साजिश का खुलासा
मेरठ: एक कमरे की दीवारें चीख रही हैं। 3 मार्च की रात सौरभ राजपूत की हत्या हुई। उसका कातिल कोई और नहीं, पत्नी मुस्कान और उसका आशिक साहिल शुक्ला थे। नशे में दोनों ने खंजर से वार किया।
नशे की हालत में रची साजिश
सौरभ को मारने से पहले मुस्कान और साहिल ने ड्रग्स लिया। कोफ्ते में बेहोशी की दवा मिलाई। सौरभ बेहोश हुआ तो दिल पर तीन बार चाकू मारा। उन्हें पता था, दिल पर वार से कोई नहीं बचता।
कमरे में हुआ खून-खराबा
मेरठ के उस घर में सौरभ, मुस्कान और उनकी 6 साल की बेटी रहते थे। उसी बेड पर सौरभ को मारा गया। कूलर चलाकर शोर दबाया। सौरभ चीख भी नहीं सका, वो पहले से बेहोश था।
लाश के टुकड़े, बाथरूम बना कसाईखाना
कत्ल के बाद बाथरूम में लाश को तीन हिस्सों में काटा। पहले सिर, फिर दोनों कलाइयां अलग कीं। टुकड़े दो बैग में डाले। एक में सिर और हथेली, दूसरे में धड़ रखा गया।
रात 3 बजे साहिल निकला सिर लेकर
रात 3 बजे साहिल सिर और हथेली का बैग लेकर निकला। पूरा मोहल्ला सोया था। वो बिना डरे अपने घर पहुंचा। मुस्कान अकेली रह गई, बेड के नीचे धड़ पड़ा था।
मुस्कान को लगा डर, साहिल के पास भागी
साहिल के जाने के 15 मिनट बाद मुस्कान डर गई। उसने साहिल को फोन किया। फिर रात में ही साहिल के घर चली गई। वहां सौरभ का कटा सिर पहले से मौजूद था।
सबूत मिटाने की कोशिश
कत्ल के बाद दोनों ने कमरा साफ किया। ब्लीचिंग पाउडर मंगवाया। खून के निशान मिटाए। बाथरूम और चादर को धोया। लेकिन सबूत छुप नहीं सके। पुलिस ने बाद में सारी साजिश पकड़ ली।
ड्रम में लाश को किया पैक
4 मार्च को दोनों कमरे में लौटे। बाजार से ड्रम और सीमेंट लाए। लाश के टुकड़ों को ड्रम में सीमेंट के साथ पैक किया। फिर शाम 5 बजे कैब से कसौल के लिए निकल गए।
बेड पर बिखरा सामान, मिक्सी का जार
कमरे में बेड पर मुस्कान का पर्स, कपड़े और मिक्सी का जार मिला। पुलिस को शक हुआ कि क्या लाश ठिकाने के लिए मिक्सी का इस्तेमाल सोचा था। बाद में ये गलत साबित हुआ।
कसौल में साहिल का जन्मदिन
शिमला और कसौल में दोनों 10 दिन रुके। 11 मार्च को साहिल का जन्मदिन मनाया। होटल में वीडियो भी बना। दोनों नशे के आदी थे। कसौल में आसानी से ड्रग्स मिलता था।
सौरभ की आखिरी तस्वीर
3 मार्च की रात 11:49 बजे सौरभ की आखिरी तस्वीर सामने आई। वो दोस्त के साथ मोटरसाइकिल पर था। रेस्तरां से कोफ्ता लेकर लौट रहा था। उसे नहीं पता था, मौत इंतजार कर रही है।
मुस्कान की हीरोइन बनने की चाहत
सूत्रों के मुताबिक, मुस्कान हीरोइन बनना चाहती थी। साहिल ने उसका साथ दिया। दोनों ने सौरभ को रास्ते से हटाने की ठानी। ये ख्वाहिश हत्या की वजह बनी हो सकती है।
पुलिस ने खोला राज
18 मार्च को पुलिस कमरे पर पहुंची, जहाँ ड्रम में लाश मिली, सबूत इकट्ठा किए गए। मुस्कान और साहिल मेरठ लौटे तो पकड़े गए। उनकी साजिश का पर्दाफाश हो गया।
नशे ने बनाया हत्यारा
दोनों ने नशे में सौरभ को मारा और शिमला, कसौल और मनाली में भी नशे के लिए गए दोनों सूखा नशा और इंजेक्शन लेते थे और ये लत उनकी जिंदगी का हिस्सा थी।
पैसे खत्म, मेरठ लौटे
कसौल और मनाली में पैसे खत्म हुए तो वे मजबूरी में 18 मार्च को मेरठ आए। लेकिन पुलिस पहले से तैयार थी। दोनों को हिरासत में लिया गया। खेल खत्म हो गया।
कमरे की दीवारें गवाह
उस कमरे ने सब देखा है कि सौरभ की मौत, लाश के टुकड़े और साजिश। 19 मार्च को पुलिस ने तस्वीरें लीं। बेड, बैग और खून के निशान अब भी याद दिलाते हैं।
कोर्ट में होगी सजा की मांग
पुलिस ने केस मजबूत किया है और सबूत और गवाह तैयार हैं। अब कोर्ट में साहिल और मुस्कान पर मुकदमा चलेगा। सौरभ के परिवार को इंसाफ का इंतजार है।
समाज में सवाल
ये वारदात ने समाज को झकझोरा। नशा और रिश्तों की बेवफाई ने एक जिंदगी खत्म कर दी है लोग पूछ रहे हैं, आखिर ऐसा क्यों हुआ? जवाब अभी बाकी है।