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हाटी को जनजातीय दर्जा मिलने से दिवाली जैसा माहौल, संघर्ष में महिलाओं का योगदान सराहनीय : डॉ अमिचंद

हाटी को जनजातीय दर्जा मिलने से दिवाली जैसा माहौल, संघर्ष में महिलाओं का योगदान सराहनीय : डॉ अमिचंद

 

केंद्र सरकार की कैबिनेट बैठक से हाटी समुदाय को जनजातीय घोषित करने के बाद पूरे गिरिपार क्षेत्र में खुशी का माहौल है। श्री रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र के शामरा पंचायत में हाटी समुदाय ने केंद्रीय हाटी समिति का अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया।

अभिनंदन समारोह में केंद्रीय हाटी समिति के अध्यक्ष डॉक्टर अमिचंद कमल व महासचिव कुंदन सिंह शास्त्री सहित पूरी टीम का लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया गया।

श्री रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र के शामरा पंचायत में आयोजित अभिनंदन समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए केंद्रीय हाटी समिति के अध्यक्ष डॉक्टर अमिचंद कमल ने कहा कि हाटी समुदाय को जनजातीय घोषित करने के लिए हाटी समुदाय के कई लोगों ने संघर्ष किया है और इस संघर्ष में महिलाओं का भी बहुत योगदान रहा है।

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उन्होंने कहा कि अंतिम दौर में कई लोगों ने बाहरी ताकतों के इशारे जनजातीय का विरोध किया। जिसका दुख हमें हमेशा रहेगा साथ ही की दलित समुदाय के साथ हाटी समुदाय के लोगों के परिवारिक रिश्ते हैं सभी लोग त्योहारों को मिलजुलकर मनाते हैं।

डॉक्टर अमिचंद कमल ने कहा कि हमारे क्षेत्र के कई बच्चे पैसों के अभाव से आगे की पढ़ाई नहीं कर सकते थे लेकिन अब हाटी समुदाय के जनजातीय घोषित होने से बच्चों को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से हाटी समुदाय को जनजातीय घोषित करने के बाद कई लोग क्षेत्र में भ्रम फैला रहे हैं उन्होंने कहा कि दलित समुदाय को छोड़कर सभी लोग एसटी के दायरे में आ रहे हैं इस लिए किसी के भ्रम में आने की आवश्यकता नहीं है।

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उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एक ऐसे मुख्यमंत्री है जिन्होंने हाटी समुदाय के मुद्दे को अपना मुद्दा समझकर केंद्र सरकार के समक्ष बड़े प्रमुखता से रखा तथा कई बार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मिले और कई बार फोन करके दबाव भी बनाया।

जिसके बाद केंद्र सरकार ने 55 साल बाद हमारी मांग कर पूरा किया। हाटी समुदाय को जनजातीय घोषित करने के लिए हाटी समुदाय के लोग मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और शिलाई के पूर्व विधायक बलदेव तोमर के हमेशा ऋणी रहेंगे।

केंद्रीय हाटी समिति के महासचिव कुंदन सिंह शास्त्री ने शामरा पंचायत में आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हाटी समुदाय के 55 साल के संघर्ष के बाद हमे सफलता मिली है जिसे गिरिपार क्षेत्र के लोग एक दीपावली के त्योहार की तरह मनाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हाटी समुदाय को जनजातीय घोषित करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केंद्र सरकार के समक्ष बड़ी प्रमुखता से रखा और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष शिलाई के पूर्व विधायक बलदेव तोमर ने रखा। जिसका नतीजा आज सबके सामने है।

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कुंदन सिंह शास्त्री ने कहा कि हाटी समुदाय के जनजातीय घोषित होने से सबसे अधिक लाभ हमारे क्षेत्र के युवाओं को होगा क्योंकि जनजातीय घोषित होने से बच्चों को शिक्षा में पढ़ाई के लिए सरकार की तरफ से मदद मिलती है और अच्छी शिक्षा होने से हमारे क्षेत्र के बच्चे उच्च पदों तक पहुंचेंगे साथ ही विकास कार्य में करोड़ों रुपए का बजट मिलेगा।

इस मौके पर केंद्रीय हाटी समिति के कोषाध्यक्ष अतर सिंह नेगी, कानूनी सलाहकार रणसिंह चौहान, इश्वर दास कमल, रविन्द्र कमल, अशोक चौहान, रमेश वर्मा, बृजभूषण, रूपराज कमल, भक्तराम वर्मा, मोहन लाल तोमर, दलीप सिंह पुण्डीर, शशीपाल, मनोज कमल, हरदेव वर्मा आदि मौजूद थे।

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Written by Newsghat Desk

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