हिमाचल की इस नदी में मछली पकड़ना दो महीने रहेगा प्रतिबंधित! उल्लंघन पर होगी सख्त कार्रवाई….
हिमाचल के चंबा जिले में रावी नदी और इसकी सहायक धाराओं में मछली पकड़ने पर दो महीने का प्रतिबंध लगाया गया है। यह रोक 15 जून से 15 अगस्त तक लागू रहेगी। इस दौरान मछली के प्रजनन का समय होता है, जिसे सुरक्षित रखने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
मत्स्य विभाग ने जिले के सभी पंजीकृत मछुआरों को इस बाबत दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। आदेश का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने चेतावनी दी है कि प्रतिबंध अवधि में कोई भी व्यक्ति नदी, खड्ड या नालों में मछली नहीं पकड़ सकता।
500 से अधिक मछुआरे होंगे प्रभावित
चंबा जिले में 500 से अधिक लाइसेंसधारी मछुआरे हैं। ये मछुआरे मछली पकड़कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। अब उन्हें दो महीने तक मछली पकड़ने से परहेज करना होगा। विभाग की ओर से जल्द ही इन मछुआरों के साथ बैठक कर उन्हें विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
धरपकड़ के लिए विशेष टीम तैनात
मत्स्य विभाग ने प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने के लिए एक विशेष निगरानी टीम का गठन किया है। यह टीम नदी और नालों में नियमित निरीक्षण करेगी। किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
कर्मचारियों को आदेश दिए गए हैं कि वे प्रतिबंधित क्षेत्रों की सतत निगरानी करें। यदि कोई व्यक्ति जाल, कांटा या अन्य साधनों से मछली पकड़ते हुए पकड़ा गया, तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा।
पहले भी हो चुकी हैं कड़ी कार्रवाइयां
इससे पहले भी विभाग ने ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाए हैं। कई बार लोग गुपचुप तरीके से खड्डों में मछली पकड़ते पाए गए हैं। विभाग ने ऐसे व्यक्तियों पर कार्रवाई की और जुर्माना भी लगाया।
विभाग का साफ संदेश
मत्स्य विभाग चंबा के उपनिदेशक जय सिंह ने कहा कि 15 जून से 15 अगस्त तक रावी नदी में मछली पकड़ने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। यदि कोई इस नियम का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ बिना किसी चेतावनी के कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने मछुआरों से सहयोग की अपील की है और कहा कि यह कदम मछलियों की प्रजनन प्रक्रिया को बनाए रखने के लिए जरूरी है।
निष्कर्ष:
रावी और उसकी सहायक धाराओं में मछली प्रजनन को सुरक्षित रखने के लिए यह दो महीने का प्रतिबंध आवश्यक है। मछुआरों को विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा, ताकि आने वाले समय में मछली उत्पादन में कोई गिरावट न आए।