हिमाचल दिवस 2025 : पांगी की महिलाओं को के खातों में आएंगे 4500 रुपये एकमुश्त
हिमाचल प्रदेश का 76 वां स्थापना दिवस 15 अप्रैल 2025 के दिन धूमधाम से मनाया गया। इस वर्ष का आयोजन काफी विशेष और ऐतिहासिक रहा जहां पहली बार इस राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन पांगी जैसी दूरस्थ और दुर्गम जगह पर आयोजित किया गया।
इस दिन हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जहां हिमाचल के विकास हेतु विभिन्न घोषणाएं की वहीं महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए संपूर्ण राज्य में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना को लागू करने का आश्वासन भी दिया।
इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि : हर माह 1500 रुपये की गेरेन्टी
इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सरकार द्वारा चुनावी गारंटी का हिस्सा थी जिसे धीरे-धीरे संपूर्ण राज्य में लागू किया जा रहा है।
यह योजना पहले लाहौल-स्पीति जिले में शुरू की गई थी और अब इस पांगी घाटी सहित अन्य जनजातीय क्षेत्रों में भी लागू किया जा रहा है जिसके चलते अब पांगी जिले की 1932 महिलाओं को ₹1500 रुपये को लाभ राशि DBT द्वारा दी जाएगी।
हालांकि इस योजना के अंतर्गत पांगी क्षेत्र की 2200 से ज्यादा महिलाओं का चयन कर लिया गया है परंतु कुछ महिलाओं की कागज़ी कार्यवाही अभी भी पूरी नहीं हुई है जिसके चलते इन महिलाओं को छोड़कर अन्य महिलाओं के खाते में 16 या 17 अप्रैल तक 3 महीनों की किस्त एक साथ ट्रांसफर कर दी जाएगी। इन सभी महिलाओं के खाते में आने वाले एक-दो दिनों में 4500 रुपए एकमुश्त ट्रांसफर किए जाएंगे।
इसके अलावा महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत मुख्यमंत्री सुक्खू घोषणा की है कि राज्य की सभी 18 से 60 वर्ष की आयु वाली महिलाओं को ₹1500 की मासिक पेंशन प्रदान की जाएगी और इस योजना का लाभ हिमाचल प्रदेश की लगभग 5 लाख महिलाओं को प्रदान किया जाएगा।
इस योजना के अंतर्गत सरकार हर वर्ष 800 करोड रुपए का बजट आंबटित करेगी और ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को जागरुक कर इस योजना में सम्मिलित करने की कोशिश करेगी।
हिमाचल के दूरस्थ एवं जनजातीय इलाको में विकास का बजा बिगुल
इसके साथ ही इस समारोह के दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू ने हिमाचल के सभी क्षेत्रों, विशेष कर जनजातिय इलाकों के समग्र विकास पर भी चर्चा की जहां उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि सरकार जल्द ही इन क्षेत्रों में रोजगार और पर्यटन के अवसर डेवलप करेगी ताकि ऐसे दुर्गम और अपार प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर क्षेत्र विकास और समावेशी शासन की दिशा में आगे आ सकें।
इन अछूते क्षेत्रों में शिक्षा और कृषि विकास हेतु भी विभिन्न परियोजनाओं पर निर्णय लिए गए ताकि आने वाले समय में इन क्षेत्रों में बेहतर शिक्षा सुविधा कृषि सुविधा स्वास्थ्य सुविधाएं और सौर ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा दिया जा सके।
कुल मिलकर हिमाचल दिवस 2025 का यह समारोह एक आयोजन नहीं बल्कि एक प्रतीकात्मक कदम रहा जिसके माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि सम्पूर्ण प्रदेश के हर एक अनछुए कोने का विकास सम्भव हो।