हिमाचल प्रदेश के छात्रों के लिए खुशखबरी! ड्रोन और AI तकनीक से पुरी की कराई जाएगी पढ़ाई…..
जैसे-जैसे समय बदल रहा है वैसे-वैसे शिक्षा क्षेत्र में भी नई क्रांति आ रही है। आजकल पढ़ाई केवल किताबों और ब्लैक बोर्ड तक ही सीमित नहीं रह गई है आजकल पढ़ाई में विभिन्न प्रकार के गैजेट्स को शामिल करना भी बहुत जरूरी हो गया है। ऐसे में विभिन्न राज्यों के शिक्षा विभाग का भी हाईटेक होना आवश्यक हो गया है।
इसी क्रम में हिमाचल प्रदेश सरकार भी अब अपने राज्य की शालाओं में ड्रोन ,तकनीक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बागवानी जैसे अत्याधुनिक पाठ्यक्रम सम्मिलित करने की तैयारी कर चुकी है।
हिमाचल की सरकरी स्कूलों में मिलेगा AI और ड्रोन का प्रशिक्षण
हालहि में हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी राज्य के सरकारी स्कूलों में अब किताबों और ब्लैक बोर्ड के अलावा अत्याधुनिक तकनीक को सम्मिलित करने का निश्चय कर लिया है। अब प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ड्रोन तकनीक का उपयोग कर पढ़ाई करवाई जाएगी। इन उभरती तकनीको के बारे में छात्रों को स्कूलों में सैद्धांतिक और व्यवहारिक ज्ञान दिया जाएगा।
अब छात्र कृषि आपदा प्रबंधन जैसे विभिन्न विषयों में ड्रोन की महत्वता समझ पाएगें साथ ही विभिन्न प्रकार के शोध कार्य, औद्योगिक कार्य तथा कोडिंग जैसे पाठ्यक्रम में AI का इस्तेमाल कर पाएंगे। छात्रों को सरकारी स्कूलों में मशीन लर्निंग, डाटा एनालिटिक्स ,ऑटोमेशन की बुनियादी समझ विकसित करवाई जाएगी।
बागवानी को भी पाठ्यक्रम में किया सम्मिलित
इसके साथ ही प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में अब छात्रों को बागवानी जैसे विषय भी पढ़ाये जाएंगे ताकि सभी छात्र स्कूल के दौरान ही पौधों की देखभाल, फसल के उत्पादन और आधुनिक कृषि तकनीक की जानकारी प्राप्त कर सके। इस विशेष जानकारी के माध्यम से छात्रों को न केवल व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त होगा बल्कि इससे राज्य की अर्थव्यवस्था भी सुदृढ़ होगी। कृषि और बागवानी जैसे विषयों में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर छात्र बेरोजगारी की समस्या को दूर कर स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ सकेंगे।
प्रयोगशालाओं और प्रशिक्षण केंद्रों का होगा निर्माण
हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी तकनीकी संस्थानों और विशेषज्ञों से सहयोग करने का आव्हान भी किया है ताकि विभिन्न तकनीक संस्थान और विशेषज्ञ सरकारी स्कूलों में जाकर बच्चों के पाठ्यक्रम को इस प्रकार तैयार करें जिससे छात्रों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक कौशल भी सीखने को मिले। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश सरकार अब यह भी सुनिश्चित कर रही है कि स्कूलों में छात्रों को प्रयोग अनुभव प्रदान करने के लिए प्रयोगशालाएं और प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्र जल्द से जल्द आत्मनिर्भर और नवाचारशील बन सके।
इस पूरे क्रम में हिमाचल प्रदेश सरकार यह अभी सुनिश्चित कर रही है कि ऐसे छात्र जो इस कौशल प्रशिक्षण में बेहतर प्रदर्शन दिखाते हैं उन्हें सरकारी परियोजनाओं पर भी कार्य करने का अवसर दिया जाएगा ताकि छात्रों में समस्या समाधान की क्षमता और रचनात्मक क्षमता का विकास हो सके। इसके अलावा छात्रों को समय-समय पर उद्योग विशेषज्ञों के साथ संवाद करने और उनका मार्गदर्शन करने का अवसर भी दिया जाएगा।
कुल मिलाकर यह कदम हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा अब तक का उठाया गया एक क्रांतिकारी कदम है जिससे न केवल राज्य में शिक्षा स्तर में सुधार होगा बल्कि राज्य का समग्र विकास संभव हो पाएगा।