हिमाचल प्रदेश में बढ़ा इन जलजनित रोगों का प्रकोप: प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट! पढ़ें क्या है जरूरी सूचना और बचाव के उपाय
हिमाचल प्रदेश में बढ़ा इन जलजनित रोगों का प्रकोप: हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव एम सुधा की रिपोर्ट के अनुसार, बरसात के दौरान होने वाली बीमारियों पर विशेष ध्यान देने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण गंदे पानी के सप्लाई की वजह से पीलिया और डायरिया के मामले वृद्धि पा रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में बढ़ा इन जलजनित रोगों का प्रकोप: प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट! पढ़ें क्या है जरूरी सूचना और बचाव के उपाय
प्रदेश के विभिन्न चिकित्सा और क्षेत्रीय अस्पतालों में, औसतन पांच से सात रोगी जलजनित बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं।
सरकार ने इस मुद्दे पर सचेतना फैलाने के लिए अलर्ट जारी किया है। डॉक्टर बता रहे हैं कि डायरिया का जीवाणु गंदे पानी के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है।
पीलिया के रोगियों में डायरिया होने का खतरा अधिक होता है, इसलिए डॉक्टरों ने ऐसे मरीजों को विशेष सतर्क रहने की सलाह दी है।
इसके बावजूद, डायरिया का बैक्टीरिया पीलिया से पहले भी हमला कर सकता है, इसलिए सावधानी जरूरी है। स्वास्थ्य सचिव एम सुधा ने फिर से बारिश के समय होने वाली बीमारियों की सूचना दी है।
डायरिया: लक्षण और बचाव
डायरिया के मुख्य लक्षणों में शरीर का तापमान कम होना, उल्टी और दस्त शामिल हैं। इससे छोटे बच्चे और बुजुर्ग व्यक्ति अधिक प्रभावित होते हैं।
पीलिया से पीड़ित व्यक्तियों का पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है, जिससे उनके शरीर में कुछ भी नहीं टिकता और वे पानी की कमी से पीड़ित होते हैं। इसके कारण, वे भी डायरिया से प्रभावित हो सकते हैं।
डायरिया से बचने के उपाय
ठंड और दूषित पानी से बचें। डायरिया का बैक्टीरिया गंदे पानी के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकता है, इसलिए सदा उबला हुआ पानी पिएं, तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं और हल्का भोजन करें।