हिमाचल प्रदेश में बरसात का कहर: 3 की मौत! 13 वाहन और स्कूल इमारत डूबी 8 बकरियां मरी 85 सड़कें बंद
हिमाचल प्रदेश में मानसून का पहला दस्तक बेहद कठिनाई लेकर आया है। पिछले दिन की गरजती बारिश ने तीन जीवनों को ले लिया और एक व्यक्ति को घायल कर दिया।
बारिश ने एक ठोस इमारत, 13 वाहन और एक स्कूल की इमारत को ध्वस्त कर दिया। बारिश के वजह से आठ बकरी मर गईं और 16 लापता हो गई। इस नाकामी के फलस्वरूप, सरकारी और निजी संपत्ति के 2.56 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
पूरे राज्य में 85 रास्ते भूस्खलन के कारण बंद हो गए हैं। इसके अलावा, शिमला-कालका हेरिटेज रेलवे ट्रैक पर भूस्खलन की वजह से सभी ट्रेनें रोक दी गई हैं। यात्रियों की यातायात को यह प्रभावित कर रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में अधिक बारिश की संभावना है। इसलिए, उन्होंने आज के लिए ऑरेंज अलर्ट और अगले 72 घंटों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
पिछले सप्ताह में राज्य में नॉर्मल से 102% अधिक बारिश हुई। 25 जून को, बारिश का स्तर सामान्य से 247% अधिक था। अब, आने वाले चार से पांच दिनों तक बारिश रुकने की संभावना नहीं है।
सिवाय ऊना, लाहौल-स्पीति और किन्नौर के, राज्य के सभी जिलों में सामान्य से कहीं अधिक बारिश हुई है। सोलन जिले में नॉर्मल से 298%, हमीरपुर में 295% और मंडी में 278% अधिक बारिश दर्ज की गई है।
रविवार को, मंडी के सराज और कुल्लू क्षेत्रों में बाढ़ ने कई वाहनों को ले जा लिया और इसने घरों को भी क्षति पहुंचाई। कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर, पहाड़ से गिरते पत्थरों, मलबे और पेड़ों की वजह से ट्रैफिक प्रभावित हुई।
सोलन के मांगल पंचायत में बादल फटने से 21 बकरियां नाले में बह गईं। वहीं, बिलासपुर के बरठीं बाजार में दुकानों और घरों में बाढ़ का पानी घुस गया।