हिमाचल में अब 125 यूनिट तक बिजली मुफ्त, ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का बिल फ्री
महिलाओं के लिए HRTC में 50 प्रतिशत छूट, पढ़ें और भी बहुत कुछ…
हिमाचल दिवस के मौके पर इस बार कर्मचारियों व पेंशनर्स से जुड़ी कोई घोषणा नहीं हुई है। इस रिवायत को तोड़ते हुए मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार के आखिरी हिमाचल दिवस के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में आम लोगों की नब्ज टटोली है।
चौगान मैदान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में महिलाओं को 50 प्रतिशत छूट का ऐलान किया है।
हालांकि, कुछ मौकों पर महिलाओं को पूरी छूट मिलती है, लेकिन अब सामान्य तौर पर हर रोज महिलाओं को 50 प्रतिशत छूट मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने 0 से 125 यूनिट तक बिजली के इस्तेमाल को मुफ्त करने का भी ऐलान किया है। पहले ये 60 यूनिट तक किया गया था। सीएम ने एक अन्य बड़ी घोषणा में ये भी कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का बिल नहीं दिया जाएगा।
इसके अलावा सीएम ने चंबा में मिनी सचिवालय के निर्माण की घोषणा भी की। सीएम ने कहा कि इस बात की खुशी है कि वो चंबा के चौगान मैदान में पहली बार राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस के कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं। बता दें कि आउटसोर्स पॉलिसी, ओपीएस व डीए इत्यादि की जुड़ी मांगें भी थी।
सीएम ने कहा कि पैरामेडिकल स्टाफ ने लोगों का जीवन बचाने के लिए जो प्रयास किए हैं,वो प्रशंसनीय हैं। ऐसे लोगों का हम जीवन भर आभार व्यक्त करने के साथ-साथ में उनका ऋण चुकता नहीं कर सकते।
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी ने कहा था कि इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है, बचाओ एकमात्र रास्ता है और बचाव के लिए उपाय बताए गए थे। इनमें से सबसे बेहतरीन तरीका यह था कि वैक्सीन बंद करके तैयार होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने निर्णय किया कि जिन बुजुर्गों की वजह से हमने दुनिया को देखा है, दुनिया को सीखा है समझा है,आज देखते हैं कि वो कई कठिन परिस्थितियों से गुजरते है।
सीएम ने कहा कि ऐसे में उनकी मदद का निर्णय लिया। सीएम ने कहा कि हमने तय किया बुजुर्ग भीड़ का हिस्सा नहीं बनेगे। वो भीड़ में कागज का टुकड़ा लेकर पेंशन की गुहार लगाते है।
हिमाचल प्रदेश में सामाजिक सुरक्षा पर 1300 करोड़ रुपए खर्च कर रही है। सीएम ने कहा कि सरकार बनने के पश्चात एक महत्वपूर्ण निर्णय लेने की कोशिश कि घर में ही जनमंच के माध्यम से लोगो की समस्या का निपटारा किया जाये।
नई शुरुआत में इस कार्यक्रम के तहत हर महीने के पहले रविवार को हिमाचल प्रदेश के 12 जिला में जाएंगे और एक-एक स्थान पर जहां यह कार्यक्रम निर्धारित होगा,वहां सभी अधिकारी जाएंगे। मौके पर समस्याओं को सुनेंगे और मौके पर समस्याओं का समाधान करेंगे।
सीएम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हमारी सरकार ने अस्तित्व में आने के पश्चात एक योजना की शुरुआत की, जिसका नाम “मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना” रखा और योजना के अंतर्गत जो है कोई बेटा या बेटी अपना काम शुरू करना चाहता है,उनकी मदद के लिए रास्ते खुले है।
25% सब्सिडी देने का प्रावधान किया और अभी हाल ही में बजट में प्रावधान किया जो बेटियां कार्य शुरू करना चाहती है उन्हें 35% सब्सिडी मिलेगी। एक करोड़ रुपए का काम शुरू करने पर 35 लाख की सब्सिडी मिलेगी। हिमाचल प्रदेश में तेजी के साथ नौजवान इस योजना से जुड़ते जा रहे हैं।
योजना के तहत 3758 छोटे यूनिट लग चुके है। सीएम ने कहा कि उज्जवल भविष्य की कल्पना आगे बढ़कर के हिमाचल प्रदेश में एक नई शुरुआत प्राकृतिक खेती की एग्रीकल्चर के सेक्टर में की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बात की प्रसन्नता है कि प्राकृतिक खेती की तरफ प्रदेश पूरे देश के सामने एक मॉडल बन कर के आगे बढ़ता जा रहा है। हिमाचल प्रदेश में डेढ़ लाख से ज्यादा किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन किया है।
सीएम ने हिमाचल दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ये भी कहा कि गरीबो की मदद के लिए कई कदम उठाये गए। सरकार ने दिहाड़ी को 50 बढ़ाया गया। एक मजदूर जो मजदूरी करता है उसको 1 महीने का 1500 रूपये का लाभ होगा।
यह भी कहना चाहता हूं कि अपने अपने पांच बजट में 4 साल के कार्यकाल में जनहित में कई फैसले लिए। सीएम ने कहा कि आशा वर्करों के मानदेय में इजाफा किया।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में पूरे देश भर में एक अलग पहचान बनाने में सफलता हासिल की, जहां पहले ही प्रदेश में 2 सीजन प्लांट हुआ करते थे आज हिमाचल में 50 ऑक्सीजन प्लांट है। इन 2 वर्षों में एक हजार से ज्यादा वेंटिलेटर उपलब्ध है।
सीएम ने कहा कि चंबा दूरदराज जिला है, जो बहुत कठिन है। हिमाचल प्रदेश में चंबा एस्पिरेशनल डिस्टिक का चयन हुआ है।
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