हिमाचल में इस बार मानसून देगा राहत और चुनौती, जून में सामान्य से अधिक बारिश के आसार
हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून सीजन में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने सोमवार को यह पूर्वानुमान जारी किया है। यह बारिश कृषि के लिए तो लाभकारी होगी, लेकिन इससे बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाओं का खतरा भी बढ़ सकता है।
प्रदेश में मानसून जून से सितंबर तक सक्रिय रहता है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य से 109% अधिक बारिश ला सकता है। 1971 से 2020 तक की औसत वर्षा 734.4 मिमी मानी जाती है। इस बार यह आंकड़ा पार हो सकता है।
जून में सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना
जून में भी सामान्य से अधिक बारिश के आसार हैं। इस माह के लिए औसतन 101.1 मिमी वर्षा सामान्य मानी जाती है। बारिश का यह रुझान खेती और जल स्रोतों के लिए तो अनुकूल रहेगा, लेकिन सतर्कता जरूरी है।
पूर्व मानसून रहा कमजोर
1 मार्च से 31 मई तक प्रदेश में पूर्व मानसून सीजन में 27% कम बारिश हुई। जहां सामान्य वर्षा 240.7 मिमी होनी चाहिए थी, वहां केवल 175 मिमी बारिश दर्ज की गई। यह 1901 से अब तक की 39वीं सबसे कम वर्षा है।
8 जून तक मौसम का हाल
2 और 5 जून को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना है। 3 और 4 जून को अधिक इलाकों में बारिश हो सकती है। 6 जून को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश के आसार हैं। इसके बाद मौसम शुष्क रहेगा।
तापमान में हलचल
अगले 2-3 दिन तापमान स्थिर रहेगा। उसके बाद अधिकतम और न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है।
सावधानी जरूरी
अत्यधिक बारिश से जनजीवन प्रभावित हो सकता है। प्रशासन को चाहिए कि राहत और बचाव की तैयारी समय रहते सुनिश्चित करे।