हिमाचल में होगी सरकारी नौकरियों की बरसात: इन पदों पर होगी ताबड़तोड़ भर्ती! पुलिस में महिलाओं के कोटे पर क्या बोलीं सांसद प्रतिभा सिंह देखें पूरी रिपोर्ट
हिमाचल में होगी सरकारी नौकरियों की बरसात: हिमाचल प्रदेश सरकार ने अपनी हालिया कैबिनेट बैठक में कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में यह बैठक शिमला में आयोजित की गई।
इस बैठक में सरकार ने पुलिस विभाग में कांस्टेबल पदों पर महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण निर्धारित किया है, जो पहले 25 प्रतिशत था। इसके अलावा, 1226 कांस्टेबल पदों को भरने के लिए संशोधित स्वीकृति दी गई है।
इसके अतिरिक्त, कृषि विभाग में कृषि विकास अधिकारियों के 40 पद, गृह रक्षक और नागरिक सुरक्षा विभाग में हवलदार प्रशिक्षकों के 10 पद, शिमला के अटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सुपर स्पेशिलिटी में नेफ्रोलॉजी विभाग में सहायक प्रोफेसर के दो पद, आईजीएमसी शिमला में आर्थोपेडिक्स विभाग में सहायक प्रोफेसर का एक पद, और मंडी के नेरचौक स्थित आयुर्विज्ञान महाविद्यालय और अस्पताल के ईएनटी विभाग में सहायक प्रोफेसर का एक पद भरने की मंजूरी दी गई।
ऐसे सुधरेगी स्वास्थ्य सुविधाएं….
स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए, सरकार ने प्रदेश में 40 नए शहरी स्वास्थ्य और वेलनेस सेंटर खोलने की स्वीकृति प्रदान की।
इसके अलावा, कांगड़ा जिले के देहरा में वन्य प्राणी उद्यान की चाहर दीवारी, जल संचयन निर्माण और सेवा पथों के निर्माण के लिए भी स्वीकृति दी गई है।
यह विकास परियोजना हिमाचल प्रदेश चिड़ियाघर संरक्षण प्रजनन सोसायटी के माध्यम से लागू की जाएगी।
इसके अतिरिक्त, कैबिनेट ने हिमाचल प्रदेश औद्योगिक निवेश नीति-2019 में महत्वपूर्ण संशोधन करने की स्वीकृति दी। इस संशोधन से राज्य में औद्योगिक विकास और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
इसके साथ ही, हमीरपुर में राज्य विद्युत बोर्ड निगम लिमिटेड का एक नया जोन स्थापित करने और मुख्य अभियंता (ऑपरेशन) का कार्यालय स्थापित करने की मंजूरी भी दी गई। इससे विद्युत आपूर्ति और प्रबंधन में सुधार होने की उम्मीद है।
सरकार ने ग्रांट इन एड के उपयोगिता प्रमाणपत्र को समय सीमा के भीतर सरकार को भेजने के लिए नियमों का निर्धारण किया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद प्रतिभा सिंह ने कही ये बड़ी बात
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद प्रतिभा सिंह ने पुलिस भर्ती में महिला आरक्षण बढ़ाने के इस निर्णय को ऐतिहासिक बताया और कहा कि यह राज्य सरकार के जनहित के कार्यों का एक उदाहरण है।
उन्होंने सुक्खू सरकार के नेतृत्व में प्रदेश के तेजी से विकास की भी सराहना की और भाजपा की आलोचना की, कहते हुए कि उन्हें प्रदेश के विकास में सरकार का सहयोग करना चाहिए।