हिमाचल विधानसभा में विपक्ष का बवाल: बेरोजगारी पर हंगामे के बाद वाकआउट! विपक्ष की नारेबाजी और क्या रहा खास देखें रिपोर्ट
हिमाचल विधानसभा में विपक्ष का बवाल: हिमाचल प्रदेश की विधानसभा में शुक्रवार का दिन काफी हंगामेदार रहा।
हिमाचल विधानसभा में विपक्ष का बवाल: बेरोजगारी पर हंगामे के बाद वाकआउट! विपक्ष की नारेबाजी और क्या रहा खास देखें रिपोर्ट
तपोवन स्थित विधानसभा परिसर में सुबह 11 बजे के आसपास विपक्षी दलों ने प्रश्नकाल के दौरान बेरोजगारी के मसले पर जोरदार बहस छेड़ दी। इस बहस ने जल्द ही तेज नोकझोंक और नारेबाजी में रूप ले लिया।
विपक्ष का कहना था कि राज्य में बेरोजगारी की समस्या गंभीर है और इस पर तुरंत चर्चा की जरूरत है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि राज्य में बेरोजगारी की संख्या लगभग 10 लाख है और कई आउटसोर्स कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है।
वहीं, संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्द्धन चौहान ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि सरकार ने लगभग 20 हजार नई नौकरियां दी हैं और विभिन्न विभागों में भर्तियां भी की जा रही हैं। उन्होंने पूर्व की भाजपा सरकार पर भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए।
इसके बाद सदन में विपक्षी दलों ने नारेबाजी शुरू कर दी और अंततः सदन से वाकआउट कर दिया।
इस दौरान, अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने विपक्ष से शांति बनाए रखने की अपील की, परंतु उनकी यह अपील विपक्षी नेताओं के बीच बेअसर रही।
विपक्ष ने अपनी आवाज को और बुलंद करते हुए सदन के बाहर भी अपने विरोध प्रदर्शन को जारी रखा। इस बीच, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने विपक्ष पर बेरोजगारी के मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया।
वहीं, भाजपा नेता रणधीर शर्मा ने कहा कि उनका प्रदर्शन सिर्फ सांकेतिक था और राज्य के युवाओं के लिए एक संदेश देने के लिए था।