होली मेला : स्वास्थ्य विभाग के विरोध के बावजूद आयोजित किया जा रहा होली मेला : विपक्षी पार्षद
गुरुद्वारा पांवटा साहिब ने रद्द किया नगर कीर्तन का आयोजन….
कोरोना संकट के दौरान मेले में झूले लगाने से बच्चों का जीवन खतरे में….
किस लालच अथवा दबाव में मेले करवा रही नगर परिषद ? विपक्षी पार्षदों ने उठाए सवाल…
न्यूज़ घाट/पांवटा साहिब
नगर परिषद पांवटा साहिब में होली मेले के आयोजन को लेकर विपक्षी पार्षदों ने विरोध के स्वर तेज दिए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि नगर परिषद मेले में झूले लगाकर मासूम बच्चों का जीवन खतरे में डाल रही है।
शनिवार को नगर परिषद पांवटा साहिब के विपक्षी पार्षदों में मधुकर डोगरी, रविंद्र पाल सिंह, डॉ रोहताश नांगिया, राजिंद्र सिंह व मीनू गुप्ता ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि गुरुद्वारा पांवटा साहिब प्रबंधक कमेटी ने कोरोना संकट को देखते हुए नगर कीर्तन का आयोजन ना करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने सवाल उठाया की आखिर नगर परिषद किस लालच अथवा दबाव में मेले का आयोजन कर रही है ? जबकि मुख्य मंत्री जयराम ठाकुर ने गृह क्षेत्र में आयोजित शिवरात्रि मेले में भी दुकानें व झूले लगाने की अनुमति नहीं दी गई है।
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होली मेले पर झूले, दुकानों व सांस्कृतिक कार्यक्रमों को लेकर लिया ये फैसला….
पार्षदों ने कहा कि नगर परिषद की 12 मार्च को आयोजित हाउस की बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ केएल भगत ने विभाग की ओर से मेले के आयोजन का खुल कर विरोध किया गया। लेकिन इसके बावजूद सत्तारूढ़ नगर परिषद ने मेले के आयोजन का निर्णय लिया।
विपक्षी पार्षदों ने कहा कि व एकमत से मेले के आयोजन का विरोध करते हैं। यदि नगर परिषद मेले का आयोजन करना भी है तो झूले व दुकानें लगाने के स्थान पर ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व ध्यान में रखते केवल धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सूक्ष्म रूप से आयोजन किया जा सकता है।