होली मेले में झूलों के दुगने दाम, मायूस लौट रहे मासूम…
नप द्वारा निर्धारित दरों को ठेकेदार से दिखाया ठेंगा…
होली मोहल्ला में नगर परिषद द्वारा निर्धारित दरों को ठेंगा दिखाते हुए दोगुना रेट वसूले जा रहे हैं। जिसके कारण बच्चों को मायूस होकर वापिस लौटना पड़ रहा है।
बता दें कि नगर परिषद द्वारा बच्चों के झूलों के लिए 10 से ₹30 ग्रेट निर्धारित थे वही बड़ों के लिए 30 से ₹50 तक रेट निर्धारित किए गए थे लेकिन झूला संचालक द्वारा 30 से 50 और 50 से 80 रुपए वसूल किए जा रहे हैं जिसके कारण गरीब और ग्रामीण क्षेत्रों से आ रहे परिवारों के बच्चे मायूस लौट रहे।
इस बारे में कौन से पवन ठाकुर दादाहु से शोभा धौलाकुआं से संजय कश्यप इरफान और सीमा देवी ने बताया कि झूलों के रेट बेहद ज्यादा है दो से तीन बच्चे बमुश्किल एक झूला ही झूल पा रहे हैं जिसके कारण बच्चों को मायूस घर लौटना पड़ रहा है।
वहीं दूसरी ओर झूला ठेकेदार 18 तारीख से ही झूलों के रेट दोगुना रेट तक वसूल रहा है अब जबकि 26 तारीख तक मेला रह गया है उपाध्यक्ष नगर परिषद ओपी कटारिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालते हुए लिखा है कि मेले में झूला, दुकानों और लाइट ठेकेदारों कि अधिक वसूली को लेकर मोखिक शिकायतें मिली हैं।
ठेकेदारों को विशेष तौर पर कहा गया है कि वह निर्धारित दरों से ज्यादा वसूली ना करें। अगर ऐसा नहीं होता है तो ठेकेदार को अगली बार के लिए ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा।
इधर एसडीएम विवेक महाजन द्वारा 3 दिन पहले मेला ठेकेदारों को झूले के बाहर रेट लिस्ट लगाने की हिदायत दी गई थी लेकिन इस हिदायत को ठेंगा दिखाते हुए किसी तरह की कोई रेट लिस्ट अब तक नहीं लगाई गई है।
उधर दुकानों से अधिक वसूली करने के मामले में शिव कुमार, ओम प्रकाश, तरन्नुम, और विकास, अजय ने बताया कि दुकानों की लाइटें 6 दिन से काट दी गई है 35 की जगह 80 रूपय ठेकेदार मांग रहा था ना तो नगर परिषद प्रतिनिधियों ने उनकी सुनी और ना ही एसडीएम पांवटा द्वारा कोई कार्यवाही की गई।